अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों को टाटा ग्रुप देगा 1-1 करोड़ का मुआवजा

समग्र समाचार सेवा
अहमदाबाद, 14 जून: अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे के बाद देश भर में शोक की लहर है। इस हादसे में अब तक 274 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें विमान के यात्री, हादसे के समय ज़मीन पर मौजूद लोग और 20 छात्र भी शामिल हैं। अब इस दुर्घटना के पीड़ित परिवारों के लिए टाटा ग्रुप ने बड़ी सहायता का ऐलान किया है।

हर मृतक को मिलेगा एक करोड़ का मुआवजा

टाटा समूह ने शनिवार को घोषणा की कि हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। टाटा संस के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन ने सोशल मीडिया पर इस संबंध में बयान जारी करते हुए मृतकों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।

हालांकि पहले यह स्पष्ट नहीं था कि मुआवजा केवल विमान यात्रियों को मिलेगा या ज़मीन पर मारे गए लोगों को भी। इस पर टाटा ग्रुप के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि सभी मृतकों—चाहे वे विमान में सवार थे या ज़मीन पर मौजूद—को समान मुआवजा मिलेगा।

घायलों के इलाज का खर्च भी उठाएगा टाटा ग्रुप

टाटा समूह ने न केवल मृतकों के लिए मुआवजे का ऐलान किया, बल्कि यह भी कहा कि घायलों के इलाज का खर्च भी कंपनी उठाएगी। अस्पतालों में भर्ती लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है, और अब उनकी चिकित्सा जरूरतों को टाटा की सहायता से पूरा किया जाएगा।

20 छात्रों समेत 33 ज़मीनी मौतों पर भी मिलेगा मुआवजा

विमान हादसे में जहां हवाई यात्री मारे गए, वहीं हादसे के दौरान ज़मीन पर मौजूद 33 लोगों की भी मौत हुई। इनमें से 20 छात्र थे जो पास के एक कोचिंग सेंटर में मौजूद थे। टाटा ग्रुप ने इन्हें भी मुआवजे के दायरे में शामिल किया है।

फिलहाल अतिरिक्त सहायता पर नहीं लिया गया निर्णय

जब टाटा ग्रुप के अधिकारी से पूछा गया कि क्या कंपनी रोज़गार सहायता या अन्य दीर्घकालिक सहायता भी देगी, तो उन्होंने कहा,

“इस पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। हम स्थिति का आंकलन कर रहे हैं और हादसे की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की योजना बनाई जाएगी।”

विमान बीमा से मिलेगा अतिरिक्त मुआवजा

टाटा समूह से मिलने वाले 1 करोड़ रुपये के अलावा, हादसे में मारे गए यात्रियों को विमान बीमा कंपनियों से भी करीब 1.5 करोड़ रुपये का मुआवजा मिल सकता है। इसके लिए प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है।

सरकारी जांच कमेटी का गठन

इस भीषण हादसे की जांच के लिए भारत सरकार ने एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी की अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव करेंगे और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी इसमें शामिल होंगे।

बताया गया है कि तीन महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। जांच के दायरे में एयर ट्रैफिक कंट्रोल से लेकर तकनीकी खामियां तक, हर पहलू की समीक्षा की जाएगी।

टाटा ग्रुप की पहल से राहत, लेकिन दर्द शेष

टाटा समूह द्वारा घोषित मुआवजा पीड़ित परिवारों के लिए वित्तीय सहारा ज़रूर है, लेकिन इस अपूरणीय क्षति की भरपाई संभव नहीं। 274 परिवारों में फैला मातम और बच्चों की खोई ज़िंदगियां इस हादसे की गहराई को दर्शाती हैं।

देश की निगाहें अब जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह पता चल सके कि इतनी बड़ी त्रासदी कैसे और क्यों हुई, और भविष्य में इसे कैसे रोका जा सके।

 

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