एअर इंडिया की महिला पायलटों ने रचा इतिहास, 16,000 किमी की दूरी तय कर पहुंची बेंगलुरु

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,11जनवरी।

हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम बनाने वाली महिलाएं अब हवाओं में भी अपना परचम लहराना शुरू कर दिया है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है एअर इंडिया की महिला पायलटों की टीम ने दुनिया की सबसे लंबे हवाई मार्ग उत्तरी ध्रुव पर उड़ान भरकर नया इतिहास रच दिया है। ये महिलाएं अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को से 16,000 किमी की दूरी तय करते हुए बेंगलुरु पहुंची हैं। दुनिया के इस सबसे लंबे सफर को तय करने वाली टीम को पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल लीड कर रही हैं। महिलाओं के इस कीर्तिमान के बारे में एअर इंडिया अपने ट्विटर हैंडल से समय-समय पर जानकारी दे रहा था। सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह ​पुरी ने भी इसे लेकर ट्वीट किया। इस उड़ान में चालक दल के साथ पूरे क्रू में भी सिर्फ महिलाएं थी।

एयर इंडिया ने कहा कि शनिवार रात 8:30 बजे उड़ान भरने वाला यह विमान सोमवार तड़के 3:45 बजे बंगलूरू पहुंचा। इस उड़ान पर जोया के साथ कैप्टन तनमई पपागिरी, कैप्टन आकांक्षा सोनावने और कैप्टन शिवानी मन्हास हैं। जोया ने उड़ान से पहले कहा, यह शानदार सपने सच होने जैसा है।

बंगलूरू हवाई अड्डे पर लैंड करने के बाद विमान की कैप्टन जोया अग्रवाल ने कहा कि आज हमने ना सिर्फ नॉर्थ पोल पर उड़ान भरकर इतिहास रचा है बल्कि केवल महिला पायलटों द्वारा इसे सफलतापूर्वक करके एक विश्व इतिहास रचा है। हम इसका हिस्सा बनकर बेहद खुश और गर्व महसूस कर रहे हैं। इस मार्ग ने 10 टन ईंधन बचाया है। वहीं एक दूसरी पायलट शिवानी मन्हास का कहना है कि यह एक रोमांचक अनुभव था। ऐसा पहली कभी नहीं किया है, और हमें सैंन फ्रांसिस्को से बंगलूरू आने में 17 घंटे का सफर किया। बता दें सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरने के बाद इस विमान की जानकारी एयर इंडिया अपने ट्विटर हैंडल से लगातार दे रहा था।

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