समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 जून: 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 एक भयावह त्रासदी का शिकार बन गई। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 274 लोगों की जान चली गई। यह हादसा न सिर्फ मृतकों के परिवारों बल्कि पूरे देश को हिला गया है। घटना के बाद यात्रियों के मन में गहरा डर बैठ गया है, जिसका सीधा असर एयर इंडिया की व्यावसायिक स्थिति पर पड़ा है।
बुकिंग में गिरावट और ट्रैवल इंडस्ट्री की चिंता
इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) के अध्यक्ष रवि गोसाईं ने शुक्रवार को बताया कि हादसे के बाद एयर इंडिया की बुकिंग में लगभग 20% तक की गिरावट देखी गई है। अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर जहां 18-22% तक की कमी दर्ज हुई है, वहीं घरेलू उड़ानों में यह आंकड़ा 10-12% तक रहा है। उन्होंने इसे एक ‘भावनात्मक प्रतिक्रिया’ करार देते हुए उम्मीद जताई कि नियामकों की रिपोर्ट और एयरलाइन की सुरक्षा प्रतिबद्धता के चलते स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो सकती है।
किराए में नरमी और कैंसिलेशन में उछाल
टिकट बुकिंग में गिरावट के चलते एयर इंडिया ने किराए में भी उल्लेखनीय कटौती की है। घरेलू उड़ानों के किराए में 8-12% की कमी की गई है, जबकि यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर यह आंकड़ा 10-15% तक पहुंच गया है। गोसाईं ने यह भी कहा कि टिकट रद्द कराने वालों की संख्या में तेजी आई है, विशेषकर कॉरपोरेट और प्रीमियम ट्रैवलर्स के बीच, जो अब वैकल्पिक एयरलाइंस की ओर रुख कर रहे हैं।
सुरक्षा मानकों पर सवाल नहीं, पर यात्रियों में भय कायम
हालांकि अभी तक किसी भी सरकारी अथवा स्वतंत्र जांच में एयर इंडिया की सुरक्षा प्रक्रियाओं में कोई बड़ी चूक सामने नहीं आई है। DGCA और अन्य अंतरराष्ट्रीय नियामक संस्थानों ने एयर इंडिया के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के अनुपालन की पुष्टि की है। बावजूद इसके, यात्रियों में अविश्वास की भावना गहराई है, जो इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है।
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