एआईएम और एमओए एंड एफ़डबल्यू ने अटल टिंकरिंग लैब को कृषि विकास केंद्र और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी के साथ जोड़कर भारत में कृषि संबंधी नवाचारों का समर्थन करने के लिए समझौता किया

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13अप्रैल।अटल नवाचार मिशन (एआईएम), नीति आयोग और कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय (एमओए एंड एफ़डबल्यू) पूरे देश के स्कूली विद्यार्थियों के बीच कृषि क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए एक साथ आए हैं। इस पहल के अंतर्गत दोनों सरकारी निकाय कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए) के साथ अटल टिंकरिंग लैब्स (एटीएल) को जोड़ने पर सहमत हुए हैं।

यह सहयोग माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम है, जिन्होंने एक बातचीत के दौरान इस विचार को जन्म दिया और अटल टिंकरिंग लैब्स को देश भर के कृषि विज्ञान केंद्र से जोड़ने का प्रस्ताव रखा। प्रधानमंत्री ने दोनों सरकारी निकायों को मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं के साथ अटल टिंकरिंग लैब्स स्कूलों को जोड़ने की कल्पना पर विचार करने का भी सुझाव दिया।

कृषि विज्ञान केंद्र “एकल खिड़की कृषि ज्ञान संसाधन और क्षमता विकास केंद्र” के रूप में कार्य करते हैं और यह सहयोग कई हितधारकों को आवश्यक जानकारी, प्रशिक्षण और सुझाव प्रदान करेगा। कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी के साथ साझेदारी में, कृषि संबंधी नवाचारों का समर्थन करने के लिए आस-पास के अटल टिंकरिंग लैब्स के साथ सहयोग करेंगे।

कार्यान्वयन के पहले चरण के दौरान, 11 कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थानों (एटीएआरआई) में से प्रत्येक के अंतर्गत एक कृषि विज्ञान केंद्र शामिल होगा, जो प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करेगा और ज्ञान-साझाकरण और कौशल-निर्माण अभ्यास की सुविधा प्रदान करेगा। कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ पास के अटल टिंकरिंग लैब्स का जरूरत के हिसाब से दौरा भी करेंगे, जबकि कृषि विज्ञान केंद्र आवश्यकता के अनुसार साहित्य, बीज, रोपण सामग्री और अन्य सामग्री मुहैया कराएंगे। दो वर्ष के बाद सकारात्मक परिणामों का आकलन करने के बाद प्रयोगिक परियोजना को आगे बढ़ाया जाएगा।

नीति आयोग में अटल नवाचार मिशन के मिशन निदेशक, डॉ. चिंतन वैष्णव ने आयोजन के दौरान अपने संबोधन में कहा, “मेरे विचार से यह कदम भारत में कृषि नवाचारों को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक बड़ी छलांग लगाने वाला है। इस सहयोग के दो पहलू हैं जो कई क्षेत्रों में दोहराने योग्य हैं। पहला, मौजूदा सरकारी प्लेटफॉर्म को एक उद्देश्य से जोड़ने का विचार। उदाहरण के लिए, सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों और अटल टिंकरिंग लैब्स को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल आदि के लिए समान रूप से जोड़ा जा सकता है। दूसरा, समाज के सबसे महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाले बच्चों को वास्तविक, सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों और अवसरों से जोड़ना।‘’

उन्होंने आगे कहा कि कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में अटल नवाचार मिशन और कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय दोनों एक त्रैमासिक शोकेस बनाने पर विचार कर रहे हैं, जहां कृषि-विद्यार्थी नवप्रवर्तकों की एक धारा को अटल नवाचार मिशन द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि अटल नवाचार मिशन ने कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा साझा की गई कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी की सूची के आधार पर 55 अटल टिंकरिंग लैब्स (11 कृषि विज्ञान केंद्र में से प्रत्येक, कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी को 5 अटल टिंकरिंग लैब्स तक मैप करना) की मैपिंग और सूची साझा की है।

सभा को संबोधित करते हुए कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत कृषि और किसान कल्याण विभाग के सचिव, श्री मनोज आहूजा ने कृषि की विभिन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए इस सहयोग की क्षमता के बारे में बात की। उन्होंने आगे कहा कि इस ढांचे के अंतर्गत, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय और अटल टिंकरिंग लैब्स एक समस्या खोजने वाला मंच विकसित कर सकते हैं और हैकाथॉन आयोजित कर सकते हैं। उन्होंने कृषि क्षेत्र की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए “एकीकृत शिक्षण दृष्टिकोण” अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों को अटल टिंकरिंग लैब्स पहल से परिचित कराने के लिए, 12 अप्रैल, 2023 को एक स्कूल का दौरा किया गया। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में साकेत के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में अटल टिंकरिंग लैब्स लैब का दौरा किया, जहाँ उन्हें विभिन्न क्षेत्रों के युवा स्कूली विद्यार्थियों के कृषि संबंधी नवाचारों को देखने का अवसर मिला। अप्रैल, 2023 के अंतिम सप्ताह में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के लिए इसी तरह की यात्रा की योजना है।

अटल नवाचार मिशन और कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के बीच यह सहयोग भारत में कृषि क्षेत्र की वृद्धि और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और अटल नवाचार मिशन देश के युवाओं के बीच नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहन देने के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, अटल टिंकरिंग लैब्स स्कूलों केंद्रीय विद्यालय जनकपुरी, डीएवी वसंत कुंज और एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के युवा विद्यार्थी नवप्रवर्तकों ने भी अपने अटल टिंकरिंग लैब्स के अनुभवों को साझा किया और कृषि क्षेत्र में अपने नवाचारों के बारे में बताया।

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