अहमदाबाद विमान हादसे के बाद DGCA ने शुरू की व्यापक सुरक्षा जाँच , अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर असर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16 जून: अहमदाबाद में पिछले सप्ताह हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटना के बाद भारत की विमानन सुरक्षा एजेंसियों ने देश की संपूर्ण वाणिज्यिक उड़ान बेड़े की गहन समीक्षा शुरू कर दी है। यह कदम विमान दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने और यात्रियों का विश्वास बहाल करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के पास मौजूद सभी 33 ड्रीमलाइनर विमानों की विशेष जाँच के आदेश दिए हैं। इनमें से 22 विमानों की तकनीकी जाँच  पहले ही पूरी हो चुकी है। जांच का मुख्य फोकस GEnx इंजन से लैस विमानों पर है, जिनमें टेक-ऑफ प्रदर्शन, ईंधन प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक इंजन नियंत्रण जैसी तकनीकी व्यवस्थाएं शामिल हैं।

दुर्घटना का विवरण और जाँच की स्थिति
एयर इंडिया फ्लाइट AI 171 की कमान संभाल रहे कप्तान सुमीत सभरवाल ने गुरुवार दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद ‘मेडे’ कॉल भेजी थी। लेकिन एटीसी द्वारा संपर्क के प्रयास के तुरंत बाद विमान क्रैश हो गया, जिसमें 270 लोगों की दर्दनाक मौत हुई—जिसमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्य, तथा 29 ज़मीन पर मौजूद लोग शामिल हैं।

AAIB (विमान दुर्घटना जाँच ब्यूरो) ने अमेरिका की NTSB की मदद से जाँच शुरू कर दी है। साथ ही गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है जो मौजूदा मानकों और SOPs की समीक्षा कर रही है।

उड़ान संचालन प्रभावित
Air India ने जानकारी दी कि विस्तृत निरीक्षण और ईरान-इज़राइल संघर्ष के चलते बंद हुए हवाई मार्गों के कारण, सिडनी और मेलबर्न जैसी कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द या विलंबित हुई हैं।

सुरक्षा ढांचे में बदलाव की तैयारी
इस त्रासदी के बाद केंद्र सरकार विमानन सुरक्षा ढांचे में व्यापक सुधार की योजना बना रही है। जल्द ही एक नई नीति लाई जा सकती है जिसमें लंबी दूरी के विमानों के लिए विशेष दिशा-निर्देश तय किए जाएंगे।

यह हादसा भारत के एविएशन क्षेत्र के लिए चेतावनी स्वरूप साबित हो सकता है, जो आने वाले समय में सुरक्षा मानकों को और सख्त बना सकता है।

 

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