समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1 जुलाई: एयर इंडिया की एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में बड़ा हादसा टल गया जब 14 जून को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) से वियना के लिए रवाना हुए विमान ने उड़ान भरने के कुछ देर बाद अचानक 900 फीट की ऊंचाई खो दी। विमान सुरक्षित रूप से वियना पहुंच गया, लेकिन गंभीर मानकर एयरलाइन ने दोनों पायलटों को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया है।
एयर इंडिया ने एक बयान में कहा कि यह कार्रवाई विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) को नियमों के तहत मामले की जानकारी दिए जाने के बाद की गई। “पायलट की रिपोर्ट मिलने के बाद DGCA को सूचित किया गया। इसके बाद, विमान के ब्लैक बॉक्स डेटा की समीक्षा के बाद विस्तृत जांच शुरू की गई है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, दोनों पायलटों को ड्यूटी से हटाया गया है,” एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा।
उल्लेखनीय है कि यह घटना उस त्रासदी के महज दो दिन बाद हुई जिसमें एयर इंडिया का एक लंदन-बाउंड बोइंग 787 ड्रीमलाइनर 12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में विमान में सवार 242 में से 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी, साथ ही ज़मीन पर भी कई लोग हताहत हुए थे।
वियना फ्लाइट की जानकारी:
विमान ने 9 घंटे 8 मिनट की उड़ान पूरी करने के बाद वियना में सुरक्षित लैंडिंग की। लेकिन फ्लाइट के शुरुआती क्षणों में जो तकनीकी अस्थिरता देखी गई, उसे गंभीर मानते हुए जांच शुरू कर दी गई है। DGCA और एयर इंडिया दोनों ने इस उड़ान के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) की जांच शुरू कर दी है।
संसदीय समिति करेगी समीक्षा
इधर, एयर सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है। जेडीयू सांसद संजय झा की अध्यक्षता वाली संसदीय स्थायी समिति 23 जून को एक बैठक में हालिया विमान दुर्घटनाओं और एविएशन सेक्टर में मानव संसाधन की कमी की समीक्षा करेगी। सूत्रों के अनुसार, समिति की प्राथमिकता एयर सेफ्टी को लेकर ठोस सिफारिशें देना है, खासकर अहमदाबाद विमान दुर्घटना और उत्तराखंड हेलीकॉप्टर हादसे के बाद।
अहमदाबाद विमान हादसा:
12 जून को लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787 विमान अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में केवल एक यात्री की जान बच पाई। ब्लैक बॉक्स का एक हिस्सा 13 जून को दुर्घटनास्थल के पास एक इमारत की छत से बरामद हुआ था, जबकि दूसरा हिस्सा 16 जून को मलबे से मिला।
प्राथमिक जांच रिपोर्ट 11 जुलाई तक आने की संभावना है। यह रिपोर्ट अहमदाबाद हादसे के कारणों को उजागर करने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
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