समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15 जुलाई: 12 जून को अहमदाबाद से लंदन गेटविक के लिए रवाना हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान VT-ANB के दर्दनाक हादसे को लेकर अब इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन्स (IFALPA) ने पहली बार आधिकारिक बयान जारी कर मीडिया और सोशल मीडिया से संयम बरतने की अपील की है।
प्रारंभिक रिपोर्ट का मतलब अंतिम निष्कर्ष नहीं
सोमवार को IFALPA ने कहा कि भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की ओर से जारी प्रारंभिक रिपोर्ट केवल शुरुआती तथ्यों को साझा करने का माध्यम है। यह किसी भी स्थिति में हादसे के कारणों पर अंतिम निष्कर्ष नहीं है। संगठन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया पर जो अफवाहें और आरोप लगाए जा रहे हैं, वे न केवल गलत हैं बल्कि जांच प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकते हैं।
ICPA ने पायलटों पर लगे आरोपों को बताया अन्याय
AI171 उड़ान हादसे के बाद पायलटों पर सोशल मीडिया में जो सवाल उठाए जा रहे हैं, उस पर इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (ICPA) ने भी कड़ी आपत्ति जताई है। ICPA ने बयान जारी कर कहा कि अभी प्रारंभिक रिपोर्ट ही आई है और पायलटों पर आरोप लगाना पेशेवर तौर पर गंभीर अन्याय है। ICPA ने कहा कि यह जांच एजेंसियों के निष्पक्ष काम में बाधा डाल सकता है।
रिपोर्ट में सामने आए तकनीकी तथ्य
AAIB की शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया कि एयर इंडिया का विमान टेक-ऑफ के तुरंत बाद पास के मेडिकल हॉस्टल से टकरा गया। हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की जान चली गई, जबकि जमीन पर मौजूद 19 लोग भी मारे गए। रिपोर्ट के मुताबिक, टेक-ऑफ के दौरान इंजन फ्यूल स्विच अचानक ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में चले गए। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट दूसरे से पूछता सुना गया कि तुमने कटऑफ क्यों किया, जिस पर जवाब मिला कि उसने ऐसा नहीं किया।
क्यों जरूरी है संयम?
IFALPA ने दोहराया कि प्रारंभिक रिपोर्ट में किसी प्रकार की सुरक्षा सिफारिश नहीं दी गई है। संगठन ने AAIB के साथ मिलकर जांच पूरी करने और वास्तविक कारणों तक पहुंचने का भरोसा दिलाया है। IFALPA ने कहा कि मीडिया को जांच पूरी होने तक संयम बरतना चाहिए ताकि हादसे की सच्चाई बिना किसी दबाव के सामने आ सके।
Comments are closed.