अजय टम्टा ने हिमाचल आपदा प्रभावित क्षेत्रों का किया विशेष निरीक्षण, राजमार्ग बहाली में युद्धस्तर पर काम
समग्र समाचार सेवा
शिमला, 15 सितंबर: केंद्रीय राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा ने हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का विशेष निरीक्षण किया। इस मानसून में राज्य में हुई विनाशकारी वर्षा से कुल्लू, मंडी और अन्य जिलों में भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। जून से कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मामूली भूस्खलन देखे जा रहे थे, जिन्हें एनएचएआई द्वारा तुरंत साफ किया जा रहा था।
हालाँकि, 25 से 27 अगस्त के बीच अंजनी महादेव, मनालसू और बड़ाग्राम में बादल फटने के कारण ब्यास नदी में अचानक बाढ़ आई। तेज बहाव के साथ भारी पत्थर और मलबा आया, जिससे कई स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। परिणामस्वरूप, मनाली और कुल्लू का संपर्क टूट गया। यातायात को बाएँ किनारे वाली एमडीआर सड़क से डायवर्ट किया गया।
मनाली का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क बनाए रखने के लिए एनएचएआई ने एमडीआर के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत हेतु 4 करोड़ रुपये स्वीकृत किए। इसके अलावा, कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर तत्काल मरम्मत के लिए 100 करोड़ रुपये पहले ही मंजूर किए जा चुके हैं। मध्यवर्ती स्थानों पर रायसन, पतलीकूहल, कलाथ, अलियो ग्राउंड जैसी कनेक्टिविटी बहाल कर दी गई है।
पंडोह से टकोली के बीच भी बड़े भूस्खलन हुए, लेकिन मशीनरी और जनशक्ति के माध्यम से लगातार मलबा हटाकर यातायात सुचारू रखा गया। हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग ने ऑट से कीरतपुर-मनाली सड़क को जोड़ने वाले एनएच-305 के कई क्षतिग्रस्त हिस्सों को भी दुरुस्त किया। धामन, लारजी, बालीचौकी, बाहुगी, सिरदाह, तरगाली, सराय जैसी जगहों की आपूर्ति बहाल कर दी गई।
अस्थायी बहाली कार्यों की अनुमानित लागत लगभग 15 करोड़ रुपये और स्थायी उपायों में 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। दीर्घकालिक सुरक्षा उपायों में सुरंग, पुल, ढलान तथा नदी सुरक्षा कार्य शामिल हैं। किमी 0/00 से किमी 31/000 तक अन्नी खंड में डीपीआर अंतिम चरण में है और भूस्खलन शमन उपायों के लिए THDCIL की विशेषज्ञता ली जा रही है।
इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्ग-154ए (बनीखेत-चंबा-भरमौर) और अन्य राजमार्गों पर हुए भूस्खलन, चट्टान गिरने और कटाव की घटनाओं को भी दुरुस्त किया गया। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय पहाड़ी राज्यों में आपदा-प्रतिरोधी संपर्क और सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अजय टम्टा ने अपने निरीक्षण के दौरान कहा कि राज्य में आपदा-प्रतिरोधी और सुरक्षित संपर्क बनाए रखना प्राथमिकता है और जल्द से जल्द राष्ट्रीय राजमार्गों की पूरी बहाली सुनिश्चित की जाएगी।
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