समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 26मई। उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने आपा खो दिया और सदन की गरिमा को तार तार किया। आजम खान का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने आने वाली पीढ़ियों के लिए एक विश्वविद्यालय बनाया। उनके खिलाफ पशु चोरी जैसे मामले लाए गए, लेकिन हमें अदालत से मदद मिली है। अखिलेश ने कहा कि मेरी सरकार पर कभी दबाव में मुकदमा नहीं चला, उनके खिलाफ झूठे मामले नहीं होने चाहिए, सिर्फ राजनीति के लिए केस नहीं बनने चाहिए।
उन्होंने कहा कि आप सिर्फ डराना चाहते हैं, आप फूट डालो राज करो की ब्रिटिश नीति चाहते हैं। इस बीच अखिलेश यादव और यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्या के बीच विधानसभा में जमकर बहस हुई है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होता है। ऐसे में सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष के नेताओं को डिप्टी सीएम का सम्मान करना चाहिए।
यहां देखें वीडियो-
Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav & Deputy chief minister Keshav Prasad Maurya exchanged heated words in UP Vidhan Sabha pic.twitter.com/LWO1daaZAW
— Rajeev Mullick (@rmulko) May 25, 2022
विपक्ष के नेताओं को डिप्टी सीएम की बात सुननी चाहिए, माहौल खराब नहीं करना चाहिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज जो तू-तू मैं-मैं हुआ वह कार्यवाही का हिस्सा नहीं होना चाहिए। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगले 25 साल तक समाजवादी पार्टी विपक्ष में बैठेगी। उन्होंने कहा कि सपा नहीं चाहती थी कि केशव प्रसाद मौर्य दोबारा उपमुख्यमंत्री बनें। केशव मौर्य ने कहा कि पिछली सपा सरकार के लोग सड़क, एक्सप्रेस-वे की तरह बात करते हैं। ऐसा लगता है जैसे उसने सैफई बेचकर सड़क बनाई है, किसी के पिता देने नहीं आते थे, यह सरकार का पैसा था। तब अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा, ‘आप अपने पिता से पैसे लाए थे…’ इस पर विधानसभा में माहौल काफी गरमा गया। दोनों नेताओं के बीच आपसी झगड़ा शुरू हो गया है।
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