समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 फरवरी। प्रयागराज स्थित अक्षयवट अनंतकाल से सनातन परंपरा, भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक बना हुआ है। त्रिवेणी संगम के तट पर स्थित यह दिव्य वृक्ष युगों-युगों से संतों, ऋषियों और श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहा है। इसकी अमरत्व की कथा, इसकी आध्यात्मिक महिमा और इसकी अनूठी शक्ति इसे एक अद्वितीय धार्मिक स्थल के रूप में स्थापित करती है।
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