सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की वैश्विक यात्रा: आतंकवाद पर भारत का कड़ा संदेश

समग्र समाचार सेवा,

नई दिल्ली, 25 मई: भारतीय संसद के वरिष्ठ नेताओं का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इन दिनों कई देशों की यात्रा पर है, जिसमें भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट और एकजुट रुख को विश्व के सामने प्रस्तुत किया जा रहा है। यह दौरा यूरोप, दक्षिण अमेरिका, खाड़ी देश और एशिया तक फैला हुआ है।

रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में फ्रांस रवाना हुआ प्रतिनिधिमंडल

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल फ्रांस के लिए दिल्ली एयरपोर्ट से रवाना हुआ। प्रतिनिधिमंडल में टीडीपी की दग्गुबाती पुरंदेश्वरी, शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी, भाजपा के गुलाम अली खटाना और समिक भट्टाचार्य, कांग्रेस के डॉ. अमर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर और राजदूत पंकज सरन शामिल हैं।
यह प्रतिनिधिमंडल फ्रांस के बाद इटली, डेनमार्क, यूनाइटेड किंगडम, बेल्जियम और जर्मनी का दौरा करेगा।

रविशंकर प्रसाद ने कहा, “हम यूरोपीय देशों में भारत की तरफ से यह स्पष्ट संदेश देंगे कि हम शांति चाहते हैं, लेकिन आतंकवाद बर्दाश्त नहीं। अगर सीमा पार से हमला हुआ तो ऑपरेशन सिंदूर दोहराया जाएगा।”

गुयाना पहुंचे शशि थरूर

कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गुयाना पहुंचा है, जहां वे भारत के मित्रों, मीडिया और प्रवासी भारतीयों से संवाद करेंगे।
थरूर के नेतृत्व में यह दल 25 मई को गुयाना के स्वतंत्रता दिवस समारोह में भी भाग लेगा।

सियोल में भारत के दूत से मिला दल

जेडी(यू) सांसद संजय झा के नेतृत्व में एक अन्य प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल पहुंचा और वहां भारतीय राजदूत अमित कुमार से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी के अभिषेक बनर्जी, भाजपा की अपराजिता सारंगी, बृज लाल, प्रदान बरुआ, डॉ. हेमांग जोशी, सीपीआई(एम) के जॉन ब्रिटास और राजदूत मोहन कुमार शामिल हैं।

पाकिस्तान पर तीखे हमले

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि “पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बन चुका है। अमेरिका और यूरोप को नहीं भूलना चाहिए कि अलकायदा और जैश-ए-मोहम्मद वहीं से आते हैं।”

रूसी अधिकारियों ने भी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात में आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन किया और पाकिस्तान को चेतावनी देने की जरूरत बताई।

न्यूयॉर्क से ऑपरेशन सिंदूर का संदेश

भाजपा सांसद शशांक मणि ने 9/11 स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “आतंकवाद अब किसी एक देश की समस्या नहीं रही। ऑपरेशन सिंदूर इसका स्पष्ट उदाहरण है कि भारत अब कार्रवाई करेगा।”

बहरीन में भारत को मिला समर्थन

भाजपा सांसद बजयंत पांडा ने कहा कि पाकिस्तान की संघर्षविराम की इच्छा तब आई जब भारत ने सख्ती से जवाब दिया। उन्होंने कहा, “अब भारत परमाणु ब्लैकमेल में नहीं आएगा।” वहीं सांसद निशिकांत दुबे ने बताया कि बहरीन सरकार पूरी तरह भारत के साथ खड़ी है।

गुलाम नबी आजाद ने इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) से आतंकवाद के खिलाफ समर्थन की अपील की।
असदुद्दीन ओवैसी ने भी पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में डालने में बहरीन से मदद मांगी और कहा कि आतंकवाद को कुरान का हवाला देकर जायज ठहराना इस्लाम के खिलाफ है।

भारत का स्पष्ट संदेश: “अगर हमला हुआ तो जवाब मिलेगा”

नागालैंड से भाजपा सांसद एस. फांगनोन कोन्याक ने बहरीन में कहा कि “अब भारत चुप नहीं बैठेगा। अगर फिर से हमला हुआ तो जवाब दिया जाएगा।”

यह दौरा भारत की एकजुट राजनीतिक इच्छाशक्ति को दर्शाता है, जो आतंकवाद को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करता। भारत ने विश्व को यह दिखा दिया है कि चाहे दल कोई भी हो, राष्ट्रहित सर्वोपरि है।

 

 

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