बिहार में वोट चोरी का आरोप, राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को घेरा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली/पटना, 17 जुलाई: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गुरुवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए लिखा कि बिहार में ‘एसआईआर’ के नाम पर चुनाव आयोग वोट चोरी करता पकड़ा गया है।

राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में लिखा, “काम सिर्फ चोरी, नाम ‘एसआईआर’ और पर्दाफाश करने वाले पर एफआईआर।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या अब चुनाव आयोग ‘इलेक्शन कमीशन’ रह गया है या बीजेपी की ‘इलेक्शन चोरी’ शाखा बन चुका है?

रिपोर्ट में बीएलओ पर गंभीर आरोप

जिस रिपोर्ट का हवाला राहुल गांधी ने दिया, उसमें दावा किया गया है कि बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) स्वयं वोटर्स के नाम पर फॉर्म भर रहे हैं और उन पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। यह प्रक्रिया मतदाता सूची की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती है।

राहुल गांधी का आरोप है कि यह रणनीति सिर्फ वोट काटने के लिए अपनाई जा रही है, जिससे विपक्ष के मतदाताओं को सूची से बाहर किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा ही मॉडल पहले महाराष्ट्र में अपनाया गया और अब बिहार में भी दोहराया जा रहा है।

तेजस्वी यादव भी हुए हमलावर

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर सरकार और चुनाव आयोग को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और नीतीश सरकार गरीबों से उनकी वोट की ताकत छीनने की साजिश कर रही है। तेजस्वी ने कहा, “जागरूकता को दबाया जा रहा है और लोगों की आवाज को बंद किया जा रहा है।”

उनका कहना है कि चुनाव आयोग को चाहिए कि वह जनता के विश्वास को बनाए रखने के लिए इस पूरे प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए और स्वतंत्र जांच कराए।

चुनाव आयोग ने किया दावों का खंडन

हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज किया है। आयोग ने स्पष्ट किया कि एसआईआर प्रक्रिया पूरी तरह नियमों के तहत हो रही है और राज्यभर में 88.65 लाख फॉर्म अब तक भरे जा चुके हैं। आयोग का दावा है कि यह प्रक्रिया मतदाता सूची को सटीक और अद्यतन बनाने के उद्देश्य से की जा रही है।

फिर भी विपक्ष के लगातार आरोप और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रिपोर्टों ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर नई बहस खड़ी कर दी है।

 

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