समग्र समाचार सेवा
वाशिंगटन, 23 अप्रैल। टॉप अमेरिका अधिकारियों ने एक बार फिर कहा है कि हम चाहते हैं कि भारत रूस पर निर्भर नहीं रहे। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि हम भारत के साथ-साथ अन्य देशों के साथ बहुत स्पष्ट हैं कि हम उन्हें रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर नहीं देखना चाहते हैं। हम इसके बारे में ईमानदारी से इसका विरोध करते हैं।
यूक्रेन युद्ध के बाद कई अमेरिकी अधिकारी दे चुके हैं ज्ञान
किर्बी ने आगे कहा कि हम भारत के साथ रक्षा साझेदारी को भी महत्व देते हैं। हम इसे आगे बढ़ाने के तरीके देख रहे हैं। भारत इस क्षेत्र में सुरक्षा का प्रदाता है और हम इसे महत्व देते हैं। बता दें कि यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से कई अमेरिकी अधिकारियों ने इस तरह की टिप्पणी की है।
हथियारों पर निर्भरता को कम करने में मदद करेगा अमेरिका
अमेरिकी विदेश विभाग के काउंसलर डेरेक चॉलेट ने कहा है कि बाइडन प्रशासन भारत के साथ काम करने के लिए बहुत उत्सुक है क्योंकि यह अपनी रक्षा क्षमताओं और रक्षा आपूर्तिकर्ताओं में विविधता लाता है। अमीकी उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन ने कहा है कि अमेरिका भारत के साथ रूसी हथियारों पर अपनी पारंपरिक निर्भरता को कम करने में मदद करने के लिए काम करेगा।
चीन को लेकर चिंतित है भारत
शेरमेन ने कहा है कि भारत चीन को लेकर बहुत चिंतित हैं। भारत इस बात को समझ रहा है कि उनकी सेना जो रूसी हथियारों पर बनी थी अब शायद उन रूसी हथियारों के साथ कोई भविष्य नहीं है। हम भारत के साथ एक बढ़ते, महत्वपूर्ण और परिणामी लोकतंत्र के रूप में उनका समर्थन करने के लिए काम करने जा रहे हैं।
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