‘अमेरिकी भी सोच रहे किसे चुन लिया’, पुतिन पर ट्रंप की नरमी से टेंशन में यूक्रेनी, बोले- धोखा देंगे रूसी राष्ट्रपति

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 मार्च।
अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है, और डोनाल्ड ट्रंप के रूस और व्लादिमीर पुतिन को लेकर दिए गए बयानों ने एक बार फिर से हलचल मचा दी है। ट्रंप की रूस के प्रति नरम नीति और उनके हालिया बयानों ने यूक्रेन को चिंता में डाल दिया है। यूक्रेनी अधिकारियों और विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ट्रंप सत्ता में लौटते हैं, तो यह यूक्रेन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि ट्रंप पुतिन को लेकर सख्त रवैया अपनाने के मूड में नहीं दिख रहे।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का झुकाव हमेशा से रूस के प्रति थोड़ा नरम रहा है। हाल ही में उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि अगर वह दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो रूस-यूक्रेन युद्ध को चंद घंटों में खत्म कर देंगे। हालांकि, उनके इस बयान से यूक्रेनी सरकार को ज्यादा राहत नहीं मिली, बल्कि और चिंता बढ़ गई। यूक्रेन को डर है कि ट्रंप की इस रणनीति का मतलब रूस को अधिक रियायतें देना हो सकता है, जिससे यूक्रेन की संप्रभुता को खतरा हो सकता है।

यूक्रेनी विशेषज्ञों और राजनयिकों का मानना है कि व्लादिमीर पुतिन कभी भी अपने वादों पर पूरी तरह कायम नहीं रहते। उनका कहना है कि अगर ट्रंप रूस के साथ कोई सौदा करते हैं, तो पुतिन इसका फायदा उठाकर यूक्रेन के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की पहले ही इस बात पर जोर दे चुके हैं कि अमेरिका का समर्थन उनके लिए बेहद जरूरी है। अगर ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं और उन्होंने रूस से दोस्ताना रवैया अपनाया, तो यह यूक्रेन के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है।

ट्रंप के बयानों को लेकर अमेरिका में भी कई लोग असमंजस में हैं। अमेरिकी नागरिकों और विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बने और उन्होंने रूस को लेकर नरम रुख अपनाया, तो यह न केवल यूक्रेन के लिए बल्कि अमेरिका की वैश्विक साख के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। कई अमेरिकी यह सोचने पर मजबूर हैं कि क्या उन्होंने सही नेता चुना था।

अमेरिका में चुनावी माहौल अभी और गर्म होगा, और ट्रंप की विदेश नीति को लेकर अभी और बहस छिड़ सकती है। यूक्रेन की सरकार फिलहाल यह उम्मीद कर रही है कि अमेरिका में कोई भी प्रशासन सत्ता में आए, लेकिन वह रूस के खिलाफ सख्त रुख बनाए रखे। वहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ट्रंप के बयान नई भू-राजनीतिक चुनौतियों को जन्म दे सकते हैं।

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