अमित शाह ने राजकोट में सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने का आह्वान, कहा- ग्रामीण अर्थव्यवस्था इससे होगी सशक्त

समग्र समाचार सेवा
राजकोट (गुजरात), 23 सितंबर: केंद्रीय गृह और सहकार मंत्री अमित शाह गुजरात के राजकोट पहुंचे और सहकारी क्षेत्र को और मजबूत बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सहकारी आंदोलन की मजबूती ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की कुंजी है।

अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा, “सहकारी संस्थाओं को मजबूत करने से ग्रामीण किसानों, कारीगरों और छोटे उद्यमियों को सीधे लाभ मिलेगा। यह न केवल रोजगार बढ़ाएगा, बल्कि ग्रामीण विकास की गति को भी तेज करेगा।”

उन्होंने आगे कहा कि सहकारी क्षेत्र में पारदर्शिता और बेहतर प्रबंधन के जरिए इसे अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। शाह ने राजकोट के सहकारी समितियों के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे ग्रामीण जनता को लाभान्वित करने के लिए मिलकर काम करें।

अमित शाह ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार सहकारी क्षेत्र को तकनीकी सहायता, वित्तीय सुदृढ़ता और प्रशिक्षण के माध्यम से मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, “ग्रामीण अर्थव्यवस्था तभी मजबूत होगी, जब सहकारी संस्थाएं अपने लक्ष्यों को सही दिशा में कामयाबी से पूरा करेंगी।”

इस अवसर पर कई सहकारी समितियों के प्रतिनिधि और स्थानीय किसान भी उपस्थित थे। उन्होंने मंत्री अमित शाह को अपनी समस्याओं और सुझावों से अवगत कराया। शाह ने सभी से संवाद करते हुए इस क्षेत्र में नई योजनाओं को लागू करने का आश्वासन भी दिया।

अमित शाह के इस दौरे से यह संदेश गया कि सहकारी संस्थाओं को केवल आर्थिक संगठन के रूप में नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास के प्रमुख स्तंभ के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मजबूत सहकारी संस्थाएं न केवल आर्थिक लाभ पहुंचाती हैं, बल्कि ग्रामीण समाज में सामूहिक शक्ति और सहयोग की भावना को भी प्रबल करती हैं।

राजकोट दौरे के दौरान अमित शाह ने स्थानीय मीडिया से भी बातचीत की और कहा कि सहकारी क्षेत्र की मजबूती केंद्र और राज्य दोनों की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सहकारी संस्थाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना और किसानों एवं छोटे उद्यमियों के जीवन स्तर में सुधार लाना बताया गया।

 

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