अनिल अंबानी का ‘भूटान ब्लास्ट’! ₹2000 करोड़ के मेगा प्लान से हिल जाएगा बाजार, शेयर पर पड़ेगा सीधा असर!

जीजी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली,20 मई ।
एक वक्त भारत के सबसे बड़े कारोबारी साम्राज्य के वारिस माने जाने वाले अनिल अंबानी एक बार फिर सुर्खियों में हैं — और इस बार वजह है उनका भूटान में ₹2000 करोड़ का धमाकेदार निवेश प्लान। कर्ज और कानूनी लड़ाइयों के कारण कई सालों से शांत पड़े अनिल अंबानी अब एक बार फिर जोखिम लेकर रफ्तार पकड़ने की तैयारी में हैं। उनके इस कदम से न केवल बाजार में हलचल मच गई है, बल्कि रिलायंस समूह की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों पर भी असर दिखने लगा है

सूत्रों की मानें तो अनिल अंबानी की नजरें भूटान के हाइड्रोपावर, ग्रीन एनर्जी और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर हैं।
इस निवेश के जरिए वह न केवल भूटान की रणनीतिक जमीन पर मजबूत पकड़ बनाना चाहते हैं, बल्कि दक्षिण एशिया में खुद का एक नया बिजनेस हब तैयार करने की तैयारी में हैं।

“ये सिर्फ निवेश नहीं, ये है अनिल अंबानी का कमबैक मास्टरस्ट्रोक!” – इंडस्ट्री एक्सपर्ट

  1. हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स – भूटान की नदियों में बहती है अरबों की संभावनाएं। अंबानी यहां बहुउद्देशीय बिजली परियोजनाओं में बड़ा निवेश करेंगे।

  2. ग्रीन एनर्जी यूनिट्स – सोलर और विंड टरबाइन प्रोजेक्ट्स के जरिए ‘ग्रीन बिजनेस’ में मजबूत एंट्री।

  3. डेटा सेंटर & टेलीकॉम हब – भूटान को डिजिटल गेटवे बनाने की तैयारी।

अनिल अंबानी की कंपनियों — खासकर Reliance Power और Reliance Infrastructure के शेयरों में इस खबर के बाद अचानक तेजी देखी गई। बाजार के जानकारों का मानना है कि अगर यह योजना जमीन पर उतरी, तो अंबानी की डूबती साख को नया जीवन मिल सकता है।

जहां एक ओर यह प्लान ‘गेमचेंजर’ बन सकता है, वहीं दूसरी ओर विशेषज्ञ इसे “ऑल-ऑर-नथिंग” दांव भी बता रहे हैं।
भूटान की भू-राजनीतिक संवेदनशीलता, चीन की नजदीकी और भारी पूंजी की जरूरत — ये सभी इस प्लान को जोखिम भरा बनाते हैं।

कई उद्योग विशेषज्ञ इस कदम को “अनिल अंबानी का आखिरी बड़ा जुआ” बता रहे हैं। एक विश्लेषक ने कहा,
“अगर ये प्लान सफल होता है, तो यह अनिल अंबानी को दिवालिया कारोबारी की छवि से निकालकर एक बार फिर टाइकून बना सकता है।”

भूटान की वादियों में बह रहा है अनिल अंबानी का नया सपना — ₹2000 करोड़ के साथ! यह सपना क्या उन्हें अर्श तक ले जाएगा या फिर एक और करारा झटका बनेगा?

शेयर बाजार, उद्योग जगत और आम निवेशक — सभी की निगाहें अब अंबानी के इस ‘भूटानी ब्रह्मास्त्र’ पर टिकी हैं!

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