अनुराग ठाकुर ने लांच की ‘आजादी की अमृत कहांनियां’, नेटफ्लिक्स के साथ करार, तैयार होंगी 25 लघु फिल्में

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 26 अप्रैल। एक तरफ जब आजादी के 75 साल के अवसर पर देशभर में जश्न मनाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ नेटफ्लिक्स और सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ऐसे लोगों का सम्मान करने के लिए साझेदारी की है, जिनकी असाधारण और रीयल लाइफ जिंदगी ने हजारों लोगों को प्रेरणा दी है । इस साझेदारी के तहत ‘आजादी की अमृत कहानियां‘ शीर्षक से प्रेरक लघु वीडियो की एक सीरीज तैयार की जाएगी। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर की उपस्थिति में आज इस सीरीज को लॉन्च किया गया।

ये कहांनियां भारत और दुनिया भर के लोगों को प्रेरित कर सकती हैं

कार्यक्रम में मौजूद नेटफ्लिक्स की ग्लोबल हेड ऑफ टीवी बेला बजरिया ने कहा, ‘‘महान कहानियां कहीं से भी आ सकती हैं और अक्सर इनके जरिये ऐसे लोगों की दास्तान सामने आती हैं, जिन्होंने मुश्किलों और चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी एक अलग पहचान बनाई। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के साथ साझेदारी में रची गई सीरीज ‘आजादी की अमृत कहानियां’ ऐसे ही प्रेरक लोगों की जिंदगी पर आधारित है। इस सीरीज में ऐसी कहानियों को शामिल किया गया है, जो भारत और दुनिया भर के लोगों को प्रेरित कर सकती हैं ।’’

अभिनेत्री नीना गुप्ता ने इस सीरीज की कहानियों में सूत्रधार की भूमिका निभाई

प्रतिष्ठित अभिनेत्री नीना गुप्ता ने इस सीरीज की कहानियों में सूत्रधार की भूमिका निभाई है। यह सीरीज हमें बताती है कि किस तरह हमारे समकालीन नायकों ने अपने जीवन के प्रेरणास्पद सफर के दौरान तमाम बाधाओं को पार किया और कैसे उन्होंने विज्ञान से लेकर खेल तक अपने-अपने क्षेत्रों में कुछ खास कार्यों को अंजाम दिया और अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई ।

हर्षिनी कान्हेकर ने कहा कहा

भारत की पहली महिला फायर फाइटर हर्षिनी कान्हेकर ने कहा कि  ‘अगर पहले किसी ने कोई प्रयास नहीं किया है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप इसे नहीं कर सकते। मेरे लिए, आज़ादी का मतलब है एक भीषण आग का सामना करना।’  वहीं पर्यावरणविद और कोसी नदी इकोसिस्टम की रक्षक बसंती देवी ने कहा कि ‘जीवन का उद्गम जल से है, और जल ही जीवन है। मैं नदी की तरह मुक्त रूप से बहना पसंद करती हूं, और मैं हमेशा पानी की रक्षा और सेवा करती रहूंगी, यही मेरे लिए आजादी है।’

पूनम नौटियाल ने दूर दराज गांवों में किया टीकाकरण

‘अगर नारी जीवन का सृजन करने की शक्ति रखती है, तो महिला जीवन बचाने की शक्ति भी रखती हैं । अगर मुझे दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगानी पड़े, तो मैं दोबारा नहीं सोचूंगी।’ – पूनम नौटियाल, जिन्होंने उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में मीलों पैदल चलकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों का टीकाकरण किया।

जानें कौन हैं भारत की मिसाइल वूमैन

भारत में मिसाइल परियोजना का नेतृत्व करने वाली पहली महिला वैज्ञानिक भारत की मिसाइल वूमैन उर्फ टेसी थॉमस ने कहा कि ‘एक वैज्ञानिक होने के नाते, हमें हर पल सीखने के लिए तत्पर रहना होता है। हमें चुनौतियों का सामना करने की जरूरत है, और हमें निरंतर सीखने की जरूरत है। मैं हमेशा कहती हूं कि विज्ञान की अलग से कोई पहचान नहीं है, और असली आजादी तब है, जब हम अपने देश को नई ऊंचाइयों की ओर ले जाते हैं।’ वहीं 5 दिनों में दो बार माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली दुनिया की पहली महिला अंशु जमसेनपा ने कहा कि ‘मैं कुदरत की एक शक्ति समान हूं, मैं महान ऊंचाइयों को छू सकती हूं, और मेरी यात्रा तो अभी शुरू ही हुई है। आजादी का मतलब दुनिया में अपनी जगह बनाना है।

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