द्वारका के अपार्टमेंट में भीषण आग, लोग बिल्डिंग से कूदे; दिल्ली में लगातार बढ़ रही हैं आगजनी की घटनाएं

नई दिल्ली, 10 जून: राजधानी दिल्ली के द्वारका में सोमवार सुबह एक बड़े हादसे ने सभी को हिला कर रख दिया। द्वारका सेक्टर-13 स्थित शबद अपार्टमेंट की छठी मंजिल पर अचानक भीषण आग लग गई। आग लगते ही पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई और कई लोग घबराकर जान बचाने के लिए बिल्डिंग से कूद पड़े। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की आठ गाड़ियाँ मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का कार्य शुरू किया।

तेज लपटें और घना धुआं, फंसे लोगों को बचाने में जुटी दमकल

सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में इमारत से उठती आग की लपटें और काले धुएं का भयावह मंजर देखा जा सकता है। दिल्ली फायर सर्विस के अनुसार आग सुबह करीब 10 बजे लगी और इसका केंद्र शबद अपार्टमेंट की छठी मंजिल पर स्थित एक फ्लैट था।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन दो से तीन लोगों के अभी भी इमारत में फंसे होने की आशंका है। दमकल विभाग ने स्काई लिफ्ट की मदद से लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया। फिलहाल राहत और बचाव का कार्य जारी है।

ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशनों से जुड़ी घटनाएं बढ़ीं

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली में पिछले कुछ सप्ताहों से आगजनी की घटनाओं में इज़ाफा देखा गया है, विशेषकर ई-रिक्शा चार्जिंग केंद्रों पर।

रविवार (9 जून 2025) को ही दिलशाद गार्डन इलाके में एक घर के भूतल पर स्थित चार्जिंग केंद्र में आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों की पहचान 25 वर्षीय शशि और 55 वर्षीय बल्लू के रूप में हुई थी, जबकि एक महिला को बचा लिया गया था। दमकल की चार गाड़ियाँ मौके पर भेजी गई थीं।

पुलिस के मुताबिक, घटना शॉर्ट सर्किट के कारण हुई और दो ई-रिक्शा भी पूरी तरह जलकर खाक हो गए।

मई में भी घट चुकी हैं भयावह घटनाएं

इससे पहले मई 2025 में दिल्ली के शाहदरा स्थित राम नगर इलाके में एक ई-रिक्शा चार्जिंग और पार्किंग केंद्र में आग लगने से दो किशोरों की मौत हो गई थी, जबकि चार अन्य घायल हुए थे। वहीं, एक अन्य घटना में शाहदरा में एक अवैध चार्जिंग केंद्र में लगी आग से एक ही परिवार के छह लोग झुलस गए, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे।

इन सभी घटनाओं से साफ है कि दिल्ली में आग से जुड़े हादसे लगातार चिंता का विषय बनते जा रहे हैं, और खासतौर पर ई-रिक्शा चार्जिंग पॉइंट्स पर सुरक्षा उपायों की गंभीर कमी देखी जा रही है।

प्रशासन के लिए चेतावनी

द्वारका की आग और पिछले मामलों को देखते हुए यह स्पष्ट है कि दिल्ली को फायर सेफ्टी इंफ्रास्ट्रक्चर और अवैध चार्जिंग पॉइंट्स पर निगरानी को और अधिक मजबूत करने की जरूरत है। विशेषज्ञों की मानें तो यदि समय रहते इन बिंदुओं पर ध्यान नहीं दिया गया, तो ऐसी घटनाएं और भी बड़े हादसों का कारण बन सकती हैं।

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