समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,21 जनवरी। Apple ने भारत में कुछ समय पहले ही मैनुफैक्चरिंग प्लांट लगाने का फैसला किया था। लेकिन अब कंपनी ने भारतीय प्लांट के लिए एक नया टारगेट सेट कर लिया है। ऐपल ने भारत में iPhone प्रोडक्शन बढ़ाने का फैसला किया है और कंपनी भारत में 12 बिलियन डॉलर का प्रोडक्शन करने का विचार कर रही है। ये कंपनी की प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत ये फैसला लिया गया है। जबकि ऐपल का शुरुआती प्लान 9% कुल प्रोडक्शन करने का था।
FY24 के शुरुआत 9 महीनों में ऐपल ने नया टारगेट सेट किया है। जबकि ऐपल के वेंडर Foxconn Hon Hai, Pegatron (अब टाटा ग्रुप) और Wistron ने पहले ही 9.4 बिलियन डॉलर (78,172 करोड़) के iPhone भारत में मैनुफैक्चर किए थे। ये आंकड़ा PLI स्कीम के तहत 8.9 बिलियन डॉलर (74,016 करोड़) की कमिटमेंट को पछाड़ता है। इससे प्रोडक्शन कैपेसिटी में भी बढ़ोत्तरी देखी गई है।
खास बात है, ऐपल इनमें से सिर्फ एक चौथाई को ही भारतीय बाजार में पेश करेगा। इनमें से ज्यादातर को अमेरिका, यूरोप और वेस्ट एशिया में भेजा जाएगा। ऐपल का भारत में टर्नओवर 49,322 करोड़ (5.94 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स की मानें तो भारत में ऐपल की सेल ग्लोबल सेल 383,2 बिलियन डॉलर की महज 1.5% है।
ऐपल की भारत से प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट स्ट्रेटेजी ग्लोबल डिमांड पैटर्न के हिसाब से सेट की जा रही है। पिछले क्वार्टर के कुल iPhone प्रोडक्शन का करीब 80% तक ज्यादा था। iPhone 15 के ग्लोबल लॉन्च और फेस्टिव सीजन की वजह से अमेरिका और यूरोप में इसकी डिमांड भी तेजी से बढ़ गई है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि 2026 तक ऐपल कुल iPhone प्रोडक्शन का 25% तक प्रोडक्शन भारत में शिफ्ट कर सकता है। ऐसे में प्रोडक्ट के ग्लोबल सप्लाई चेन और प्रोडक्शन डायनेमिक को लेकर ये एक बड़ा फैसला हो सकता है।
जबकि इससे पहले चीन में ऐपल सबसे ज्यादा iPhone मैनुफैक्चर करता था। लेकिन अब इस पर ऐपल की तरफ से बड़ा फैसला लिया गया है। इस वजह से चीन को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
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