समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12जून। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीनेशन बेहद अहम माना जा रहा है। क्योंकि यही एकमात्र रास्ता है जो हमारे शरीर को कोरोना से लड़ने की शक्ति देता है। लेकिन टीकाकरण के लिए लोगों के मन कुछ सरकार विरोंधी लोगों द्वारा अपवाहें फैलाई जा रही है जिसके कारण लोग टीकाकरण के लिए जल्दी आगे नही आ रहे है यह कारण है कि देश के कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन की बर्बादी के भी मामलें सामने आए है। टीकाकरण के इस अभियान में एक और बात सामने आ रही है कि महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में काफी कम है। भारत में अब तक हर 1000 पुरुषों में सिर्फ 854 महिलाओं को ही टीका लगाया गया है। यानी टीकाकरण अभियान में महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम टीका लगवा रही हैं।
एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर राज्यों में महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम टीके लगवा रही हैं। हालांकि केरल और छत्तीसगढ़ ही ऐसे राज्य हैं, जहां पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने टीका लगवाया है। छत्तीसगढ़ में प्रति 1000 पुरुषों पर 1013 महिलाओं की आबादी है, लेकिन टीकाकरण अनुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 1045 महिलाओं का है। जबकि केरल में वयस्क आबादी का लिंगानुपात 1000: 1126 है, लेकिन टीकाकरण के मामले में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं का अनुपात 1087 है।
केरल, छत्तीसगढ़ के अलावा तमिलनाडु, ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में वयस्क महिलाओं का अनुपात पुरुषों की तुलना में ज्यादा हैं। लेकिन यहां महिलाएं टीकाकरण अभियान के मामले में पिछड़ रही हैं। दिल्ली में सबसे कम वयस्क आबादी का लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 887 महिलाओं का है और यहां महिलाओं का टीकाकरण भी बहुत कम है। जम्मू-कश्मीर, गुजरात, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश कुछ ऐसे राज्य हैं जहां 30 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी को टीका लगाया गया है, लेकिन यहां भी महिलाओं के टीकाकरण में कमी आई है।
जम्मू-कश्मीर में प्रति 1000 पुरुषों पर सबसे कम 711 वयस्क महिलाओं को टीका लगाया गया है। जबकि दिल्ली में 722, उत्तर प्रदेश में 746, पंजाब में 770, पश्चिम बंगाल में 779, मध्य प्रदेश में 787, बिहार में 810 महिलाओं को प्रति 1000 पुरुषों पर टीका लगाया गया है।
क्यों हो सकते है कारण?
माना जा रहा है कि महिलाओं का टीकाकरण न होने का एक बड़ा कारण उनका घर से बाहर न जाना है। इसके अलावा यह भी संभव है कि महिलाएं टीकाकरण के लिए अपना स्लॉट ऑनलाइन बुक करने में असमर्थ हों। बता दें कि देश में गर्भवती महिलाओं को कोरोना वैक्सीन नही लेने की सलाह दी गई है। जिसके कारण कुछ गर्भवती महिलाएं भी टीका लेने में असमर्थ है।
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