अर्जेंटीना यात्रा के बीच कांग्रेस ने इंदिरा-मनमोहन की याद दिलाई

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 5 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक अर्जेंटीना यात्रा के बीच कांग्रेस ने बीते दौर की स्मृतियों को ताजा कर दिया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह के योगदानों को याद करते हुए तंज कसा कि जो ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द आज प्रधानमंत्री की जुबान पर है, उसकी जड़ें पुराने नेताओं के काम में छुपी हैं।

टैगोर, ओकाम्पो और इंदिरा गांधी का रिश्ता

रमेश ने एक्स पर पोस्ट में रवीन्द्रनाथ टैगोर की 1924 की अर्जेंटीना यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि टैगोर ने साहित्यकार विक्टोरिया ओकाम्पो के निमंत्रण पर ब्यूनस आयर्स का दौरा किया था। उनकी प्रसिद्ध कविताओं का संग्रह ‘पूरबी’ भी इसी दौर में ओकाम्पो को समर्पित हुआ था। इसके दशकों बाद सितंबर 1968 में इंदिरा गांधी ने ब्यूनस आयर्स में ओकाम्पो से मुलाकात कर उन्हें विश्व-भारती विश्वविद्यालय की मानद उपाधि प्रदान की थी।

बोर्गेस और बुद्ध से जोड़

जयराम रमेश ने अर्जेंटीना के विख्यात साहित्यकार जोस लुइस बोर्गेस का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बोर्गेस बचपन में ही बुद्ध के जीवन से प्रभावित हुए और उनकी कई रचनाओं में बुद्ध के विचार झलकते रहे। बोर्गेस ने अपनी किताब ‘क्यू एस एल बुदिस्मो’ के जरिए इस आकर्षण को पन्नों पर उतारा था।

मनमोहन सिंह और यूएनसीटीएडी

कांग्रेस नेता ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के संयुक्त राष्ट्र में योगदान को भी याद किया। रमेश ने बताया कि डॉ. सिंह ने 1966 से 1969 तक न्यूयॉर्क में यूएनसीटीएडी में काम किया था। उस वक्त उन्होंने दुनिया में विकासशील देशों के हक की आवाज बुलंद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1968 में यूएनसीटीएडी का दूसरा सत्र नई दिल्ली में हुआ था, जिसने भारत को विकासशील देशों के मंच पर एक अहम स्थान दिलाया।

‘ग्लोबल साउथ’ पर कांग्रेस का कटाक्ष

रमेश ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर जिस ‘ग्लोबल साउथ’ का बार-बार जिक्र करते हैं, उसका प्रचार यूएनसीटीएडी ने ही किया था। हालांकि इसका इस्तेमाल पहली बार 1960 में ब्रिटिश बैंकर ओलिवर फ्रैंक्स ने किया था। रमेश के इस व्यंग्य को मोदी सरकार की विदेश नीति पर कांग्रेस के पुराने विरासत कार्ड के तौर पर देखा जा रहा है।

 

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