समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21नवंबर। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी अरुण गोयल ने सोमवार को चुनाव आयुक्त का पदभार संभाल लिया।
शनिवार शाम को कानून मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा था, ‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अरुण गोयल, आईएएस (सेवानिवृत्त) को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया है।’ 1985 बैच के पंजाब कैडर के आइएएस अधिकारी रह चुके अरुण गोयल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे के साथ चुनाव पैनल में शामिल होंगे।
गोयल 1985 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने 18 नवंबर को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। हालांकि, उन्हें 60 वर्ष का होने के बाद 31 दिसंबर 2022 को सेवानिवृत्त होना था।
गोयल को शनिवार को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था। वह मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के साथ निर्वाचन आयोग का हिस्सा होंगे।
मई 2022 में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के रूप में सुशील चंद्रा की सेवानिवृत्ति के बाद निर्वाचन आयोग में एक पद खाली था।
गोयल इससे पहले भारी उद्योग सचिव के पद पर तैनात थे। उन्होंने संस्कृति मंत्रालय में भी सेवाएं दी हैं।
उनकी नियुक्ति ऐसे समय में की गई है, जब गुजरात में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है।
आने वाले महीनों में नगालैंड, मेघालय, त्रिपुरा और कर्नाटक के लिए चुनाव कार्यक्रम तय करते समय निर्वाचन आयोग के पास उसके सभी तीन सदस्य होंगे।
वे पंजाब कैडर के पूर्व आइएएस अधिकारी हैं। गोयल ने शुक्रवार को भारी उद्योग सचिव के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उन्हें शनिवार को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था।
सुशील चंद्र मई महीने में हुए रिटायर
गौरतलब है कि सुशील चंद्रा इस साल मई महीने में मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से रिटायर हुए थे। उसके बाद से चुनाव आयोग में केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ही शामिल थे। चुनाव पैनल मई महीने से दो सदस्यीय निकाय था। इस दौरान आयोग ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अयोग्य ठहराने की मांग सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों को संभाला था।
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