‘रील मिनिस्टर’ कहे जाने पर विपक्ष पर भड़के अश्विनी वैष्णव, संसद में बोले- ‘कांग्रेस की झूठ की दुकान…’

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1अगस्त। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को लोकसभा में कांग्रेस के ‘रील मिनिस्टर’ वाले तंज का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हम रील नहीं बनाते, बल्कि मेहनत करते हैं, जबकि विपक्षी दल सिर्फ दिखावे के लिए रील बनाते हैं।

रेलवे की सुरक्षा पर विपक्ष के आरोपों का जवाब
रेल मंत्री ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर झूठ की दुकान चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि रेलवे में सुरक्षा की कवच प्रणाली के आधुनिक संस्करण को देश के प्रत्येक किलोमीटर रेल नेटवर्क पर लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 2016 में लोको पायलट की कार्य स्थितियों में सुधार किया है और रेलगाड़ियों में सामान्य डिब्बों की बढ़ती मांग को देखते हुए ढाई हजार सामान्य कोच के उत्पादन का विचार किया गया है। साथ ही, 50 और अमृत ट्रेन के निर्माण का फैसला लिया गया है और कम दूरी वाले शहरों के बीच वंदे मेट्रो चलाई जाएंगी।

पीएम मोदी और वित्त मंत्री का धन्यवाद
अश्विनी वैष्णव ने पीएम मोदी को लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद दिया और रेलवे मामलों में उनकी सक्रिय भागीदारी की सराहना की। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का भी पिछले कुछ वर्षों में रेलवे को रिकॉर्ड आवंटन देने के लिए धन्यवाद किया।

रेलवे कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया
रेल मंत्री ने लगभग 12 लाख रेलवे कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया जो प्रतिदिन लगभग 20,000 ट्रेनों को चलाने के लिए दिन-रात काम करते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रेलवे देश की जीवन रेखा है और एक महत्वपूर्ण संगठन है जिस पर देश की अर्थव्यवस्था निर्भर करती है।

रेलवे के राजनीतिकरण से बचने की अपील
अश्विनी वैष्णव ने संसद से रेलवे को राजनीतिकरण से मुक्त करने और देश के लाभ के लिए इसके सुधार पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भाजपा में, वे मुद्दों के लिए लड़ते हैं, आलोचना को सिर पर लेते हैं, और चर्चाओं से बचते बिना तदनुसार प्रतिक्रिया देते हैं।

पिछले 10 वर्षों में रेलवे में सुधार
वैष्णव ने कहा कि रेलवे आम आदमी की सवारी है और पिछले 10 वर्षों में यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं कि मध्यम वर्ग और आकांक्षी मध्यम वर्ग इसकी सेवाएं ले सकें। स्लीपर और नॉन-एसी कोचों सहित सामान्य कोचों का एसी कोचों से अनुपात लगभग 2:1 है।

रेलवे नेटवर्क का विस्तार और सुरक्षा
उन्होंने बताया कि भारत में रेलवे का करीब 70 हजार किलोमीटर का नेटवर्क है और इससे आधे नेटवर्क के आकार वाले देशों ने एटीपी प्रणाली को लागू करने में करीब 20 साल लगाए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कवच को लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और दिन रात लगकर और जी-जान लगाकर पूरे नेटवर्क पर और प्रत्येक किलोमीटर रेलमार्ग पर इसे लगाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

‘कांग्रेस की झूठ की दुकान नहीं चलेगी’
रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि विपक्ष ने सोशल मीडिया पर अपनी ट्रोल आर्मी के माध्यम से कई विषय उठाए हैं जिससे ये रोजाना ट्रेनों में यात्रा करने वाले दो करोड़ यात्रियों के मन में भय भरना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस जो झूठ की दुकान लगाने में लगी है, वह दुकान चलेगी नहीं। यह राजनीति चलेगी नहीं।’

इस प्रकार, अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में विपक्ष के आरोपों का जोरदार खंडन करते हुए रेलवे की सुरक्षा और विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।

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