समग्र समाचार सेवा
गुवाहाटी,3 अक्टूबर।असम पुलिस की बाल विवाह के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 800 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा, ‘छह महीने पहले असम में बाल विवाह के आरोप में 5,000 लोगों को गिरफ्तार किया था. मैं जी20 बैठक के समापन का इंतजार कर रहा था. अब बाल विवाह के आरोप में 2,000-3,000 पुरुषों को गिरफ्तार किया जाएगा. असम से बाल विवाह को खत्म करना होगा.’ असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां धुबरी जिले में हुईं।
क्यों हो रही है गिरफ़्तारी ?
असम में इस साल जनवरी में हिमंत बिस्व सरमा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बाल विवाह के आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई का फैसला लिया गया था. बैठक में कैबिनेट ने असम में शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर को कम करने और ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह रोकने के लिए सभी 2197 ग्राम पंचायत सचिवों को बाल विवाह रोकथाम अधिकारी के तौर पर नामित किया था. इन अफसरों को जिम्मेदारी दी गई थी कि जहां भी दुल्हन की उम्र 14 साल से कम है या 14 से 18 साल के बीच है, उन मामलों में पॉक्सो और बाल विवाह निषेध कानून 2006 के तहत एफआईआर कराई जाए.
शर्मा ने 11 सितंबर को असम विधानसभा में बताया था कि पिछले पांच साल में बाल विवाह से संबंधित मामलों में कुल 3,907 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 3,319 लोगों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम, 2012 के तहत आरोप लगाए गए हैं.
बता दें कि घटनाक्रम मुख्यमंत्री की हालिया घोषणा के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था, ‘बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई का दूसरा दौर बहुत जल्द शुरू होगा.’ सरमा ने दावा किया है कि 2026 के भीतर असम बाल विवाह मुक्त राज्य बन जाएगा.
एक्स (X) पर एक पोस्ट में सरमा ने कहा, ‘बाल विवाह के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई में असम पुलिस ने एक विशेष अभियान में 800 से अधिक आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. यह अभियान के शुरुआती घंटों के आंकड़े हैं, गिरफ्तारियों की संख्या बढ़ने की संभावना है.’
In a massive crackdown against child marriage , Assam Police has arrested over 800 accused persons in a special operation which began in the early hours of dawn.
The number of arrests is likely to rise.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) October 3, 2023
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