इंद्र वशिष्ठ
आतंकियों-बदमाशों-तस्करों के गठजोड़ को खत्म करने के लिए लगातार अभियान चला रही एनआईए ने 5 और अपराधियों की संपत्तियों की कुर्की की है.
लॉरेंस, बंबीहा, रिंडा-
एनआईए ने अगस्त 2022 में यूएपीए के तहत संगठित अपराध के तीन बड़े सिंडिकेट/गिरोहों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे.
लॉरेंस बिश्नोई, बंबीहा गिरोह और पाकिस्तान में मौजूद हरविंदर सिंह रिंडा के गिरोहों के ख़िलाफ़ जांच के बाद एनआईए ने अब पांच अन्य संपत्तियों की कुर्की की है. चार मार्च को भी हरियाणा में चार और दिल्ली में एक संपत्ति की कुर्की की गई थी.
घर, जमीन कुर्क-
एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा में सिरसा जिले में चौटाला गांव में छोटूराम भाट, तख्तमल गांव के जगसीर सिंह उर्फ जग्गा उर्फ जग्गा सरपंच, यमुना नगर में वीरेंद्र सिंह उर्फ काला राणा के मकानों की, सोनीपत में बासोडी गांव में राजू उर्फ मोटा और दिल्ली के दरिया पुर में सत्यवान सहरावत उर्फ सोनू की जमीन की कुर्की की गई है.
अपराध की कमाई प्रॉपर्टी में-
छोटूराम, जग्गा सरपंच और काला राणा अपराधियों को हथियार और पनाह देते थे. सोनू दरिया पुर और राजू मोटा टेरर-क्राइम सिंडिकेट के लिए जबरन वसूली द्वारा धन का इंतजाम करने के अलावा साथी बदमाशों को पनाह भी देते रहे हैं. आतंक और अपराध से आए पैसे को राजू मोटा संपत्ति और शराब के धंधे में निवेश करता था.
नेस्तनाबूद करने का अभियान-
आतंकियों, बदमाशों, हथियार/ड्रग तस्करों के गठजोड़ को नेस्तनाबूद करने के लिए एनआईए द्वारा अगस्त 2022 में अभियान शुरू किया गया.
एनआईए द्वारा अब तक दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश में बदमाशों के 230 ठिकानों पर छापे मारी की गई. 27 बदमाशों/सरगनाओं को गिरफ्तार कर 38 हथियारों की बरामदगी की जा चुकी है. 87 बैंक खातों को फ्रीज किया है.
आतंकवादी घोषित-
इसके अलावा गृह मंत्रालय ने यूएपीए कानून के तहत कनाडा में मौजूद अर्शदीप सिंह दल्ला और पाकिस्तान में मौजूद हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा को आतंकी घोषित किया गया है.
वकील की कुर्की –
चार मार्च को उत्तर पूर्वी दिल्ली में न्यू उस्मान पुर निवासी बदमाशों के साथी वकील आसिफ़ खान की संपत्ति की कुर्की की गई . एनआईए ने पिछले साल अक्टूबर में अपराधियों के सहयोगी आसिफ़ खान को गिरफ्तार किया था उसके घर से पांच बंदूकें बरामद हुई थी. वह अपराधियों को हथियार, पनाह और अन्य जरुरी सुविधाएं उपलब्ध कराता था.
घर खेत की कुर्की-
एनआईए द्वारा हाल ही में गिरफ्तार किए गए सुरेन्द्र सिंह उर्फ चीकू चौधरी के हरियाणा के महेंद्र गढ़ जिले में स्थित एक मकान और अलग अलग स्थानों पर तीन कृषि भूमि की चार मार्च को कुर्की की गई है.
सुरेन्द्र चौधरी आतंकी और बदमाशों के गठजोड़ का मुख्य फायनांसर है. सुरेन्द्र शराब तस्करी, हरियाणा में शराब और खनन ठेकेदारों से जबरन धन वसूली में शामिल है.
माफिया –
संगठित अपराध सिंडिकेट ने उत्तरी भारत के राज्यों में अपने माफिया शैली के नेटवर्क को फैलाया था.
यह माफिया गायक सिद्धू मूसेवाला, महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी और पंजाब में एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी आयोजक संदीप नंगल अंबिया की हत्या और व्यापारियों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली जैसे सनसनीखेज अपराधों में शामिल है.
इनमें से कई साजिशों के मास्टरमाइंड पाकिस्तान और कनाडा सहित विदेशों में या भारत की जेलों में बंद कुख्यात बदमाश है.
आतंक की आय से बिजनस-
एनआईए के अनुसार कुर्क की गई संपत्तियां ‘आतंकवाद की आय’ पाई गईं, जिनका इस्तेमाल आतंकी साजिश रचने और अपराधों को अंजाम देने के लिए किया गया।
सुरेंद्र उर्फ चीकू कुख्यात माफिया सरगना नरेश सेठी, अनिल छिपी और राजू बसोडी का करीबी सहयोगी है, जिन्हें पहले एनआईए ने गिरफ्तार किया था. वह हत्या, अपहरण और जबरन वसूली के कई आपराधिक मामलों में शामिल था. वह आतंक और अपराध की आय को रियल एस्टेट और अन्य व्यवसायों में निवेश करता था.
अभियान तेज़-
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि आने वाले दिनों में विभिन्न राज्यों के पुलिस बलों के साथ मिल कर आतंकियों और माफिया के ऐसे नेटवर्क और उनके सहायक बुनियादी ढांचे को नष्ट करने और ‘आतंकवाद और अपराध की आय’ से बनाई गई उनकी संपत्तियों को कुर्क करने और जब्त करने का अभियान तेज किया जाएगा.
विदेश से साजिश़-
एनआईए को जांच में पता चला था कि कई अपराधी, जो भारत में गैंगस्टरों का नेतृत्व कर रहे थे, पाकिस्तान, कनाडा, फिलीपींस, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए थे. भारत की विभिन्न राज्यों की जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर वहां से आतंकी गतिविधियों और अपराध की योजना बना रहे थे। ये जबरन वसूली और लक्षित हत्याएं (टार्गेट किलिंग) कर रहे थे
हवाला, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के जरिए अपनी नापाक गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे थे।
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