AUS vs IND 1st Test 2024: पर्थ टेस्ट में खराब अंपायरिंग पर मचा बवाल, भारत को मिला पाकिस्तान का समर्थन

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,22 नवम्बर।
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में खराब अंपायरिंग ने क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच भारी बहस छेड़ दी है। भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें जब मैदान पर जोरदार मुकाबला कर रही थीं, तब कुछ विवादास्पद फैसलों ने खेल को लेकर सवाल खड़े कर दिए। खास बात यह है कि इस मामले में भारत को पाकिस्तान से अप्रत्याशित समर्थन मिला है।

अंपायरिंग विवाद: क्या हुआ पर्थ टेस्ट में?

मैच के दौरान कई फैसले ऐसे आए, जो भारतीय टीम के खिलाफ गए। इनमें से सबसे विवादास्पद फैसले कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के आउट होने के रहे।

  1. रोहित शर्मा का कैच: रोहित को शॉर्ट लेग पर कैच आउट दिया गया, लेकिन रिप्ले में स्पष्ट दिखाई दे रहा था कि गेंद बल्ले से नहीं लगी थी। डीआरएस का उपयोग होने के बावजूद अंपायर ने अपना निर्णय नहीं बदला।
  2. कोहली का एलबीडब्ल्यू: विराट कोहली को एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया, जबकि गेंद लेग स्टंप से बाहर जा रही थी। भारतीय ड्रेसिंग रूम में इस फैसले को लेकर नाराजगी देखी गई।
  3. मोहम्मद सिराज की नो-बॉल: सिराज की नो-बॉल को लेकर भी विवाद हुआ, क्योंकि रीप्ले में यह वैध गेंद लग रही थी।

क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं

इस खराब अंपायरिंग को लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटरों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर जमकर अपनी नाराजगी जाहिर की।

  • सचिन तेंदुलकर: “क्रिकेट में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल तभी किया जाना चाहिए जब उसका सही तरीके से उपयोग हो।”
  • पाकिस्तान के शोएब अख्तर: “भारत के साथ जो हुआ, वह किसी भी टीम के साथ नहीं होना चाहिए। क्रिकेट को निष्पक्षता बनाए रखने की जरूरत है।”
  • रवि शास्त्री: “अंपायरिंग के ऐसे स्तर पर टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को खतरा हो सकता है।”

पाकिस्तान का अप्रत्याशित समर्थन

भारतीय टीम को पाकिस्तान से समर्थन मिलना कई लोगों को चौंका सकता है। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक और तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने ट्विटर पर भारतीय टीम के साथ सहानुभूति जताई। अफरीदी ने लिखा, “खेल में निष्पक्षता जरूरी है। अंपायरिंग के खराब स्तर से टीम का मनोबल गिरता है।”

आईसीसी पर उठे सवाल

अंपायरिंग विवाद के बाद क्रिकेट के प्रशासक निकाय आईसीसी पर भी सवाल उठ रहे हैं।

  • अंपायरों की गुणवत्ता को लेकर पहले भी कई बार आलोचना हो चुकी है।
  • पर्थ टेस्ट के फैसले ने यह मुद्दा फिर से गर्म कर दिया है कि क्यों कुछ मैचों में अंपायरिंग के मानक गिर जाते हैं।

भारत का प्रदर्शन और रणनीति

हालांकि, विवादों के बीच भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को सस्ते में समेट दिया। मोहम्मद शमी और रविचंद्रन अश्विन की गेंदबाजी ने विपक्षी बल्लेबाजों को मुश्किल में डाला। भारतीय बल्लेबाजों ने भी जुझारूपन दिखाया, लेकिन खराब अंपायरिंग का असर टीम की बढ़त पर पड़ा।

निष्कर्ष

पर्थ टेस्ट में अंपायरिंग विवाद ने क्रिकेट जगत में नई बहस छेड़ दी है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह मुकाबला पहले ही हाई-वोल्टेज माना जा रहा था, लेकिन अंपायरिंग ने इसे और भी चर्चा का विषय बना दिया। अब देखना होगा कि आईसीसी इस पर क्या कार्रवाई करता है और क्या भारत अगले टेस्ट में इन परिस्थितियों से ऊपर उठकर प्रदर्शन कर पाता है।

 

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.