Avalanche in Chamoli: उत्तराखंड के माणा गांव में बर्फ का पहाड़ धंसा, 41 मजदूर अब भी फंसे, 16 को बचाया गया

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,28 फरवरी।
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में सोमवार को एक बड़ा हिमस्खलन (Avalanche) हुआ, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। इस प्राकृतिक आपदा में 41 मजदूर अब भी फंसे हुए हैं, जबकि 16 को बचा लिया गया है। राहत और बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है, लेकिन भारी बर्फबारी और कठिन परिस्थितियों के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधाएं आ रही हैं।

कैसे हुआ हादसा?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, माणा गांव में निर्माण कार्य में लगे मजदूर एक सुरंग (Tunnel) के पास काम कर रहे थे, तभी अचानक ऊंची पहाड़ियों से बर्फ का विशाल टुकड़ा गिर पड़ा। यह हिमस्खलन इतना भयानक था कि मजदूरों को संभलने का मौका ही नहीं मिला और वे बर्फ में दब गए।

अब तक का राहत और बचाव कार्य

  • 16 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जिनका इलाज किया जा रहा है।
  • 41 मजदूर अब भी बर्फ के नीचे दबे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए सेना, NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीम जुटी हुई है।
  • हेलीकॉप्टर और स्निफर डॉग्स की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन तेज किया गया है।
  • मौसम खराब होने के बावजूद राहत दल लगातार बचाव कार्य में जुटे हैं।

रेस्क्यू में आ रही दिक्कतें

चमोली जिला ऊंचाई पर स्थित है और यहां का मौसम बहुत तेजी से बदलता रहता है। हिमस्खलन के बाद इलाके में भारी बर्फबारी हो रही है, जिससे बचाव दल को घटनास्थल तक पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं। ठंड के कारण मजदूरों के जीवन पर खतरा बढ़ता जा रहा है, इसलिए रेस्क्यू टीमों के लिए समय सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।

सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार भी इस घटना पर नजर बनाए हुए है और एनडीआरएफ (NDRF) तथा एसडीआरएफ (SDRF) की टीमों को तैनात किया गया है

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी पूरी कोशिश है कि सभी फंसे हुए मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए। राहत दलों को हरसंभव मदद दी जा रही है।”

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

माणा गांव के स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह इलाका हमेशा से हिमस्खलन के जोखिम में रहा है, लेकिन इस तरह की बड़ी दुर्घटना पहले कभी नहीं हुई। लोगों ने सरकार से मांग की है कि ऐसे इलाकों में काम कर रहे मजदूरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएं

निष्कर्ष

चमोली के माणा गांव में हुआ यह हिमस्खलन एक बड़ी प्राकृतिक आपदा है, जिससे अब तक 41 मजदूरों की जान खतरे में है। राहत कार्य जारी है, लेकिन मौसम की कठिनाइयों के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण हो गया है। सरकार और स्थानीय प्रशासन हरसंभव मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। अब सबकी नजर इस पर टिकी है कि बाकी मजदूरों को कब तक सुरक्षित निकाला जा सकता है

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