अयोध्या में 31 दिसंबर को श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ

हिंदू पंचांग के अनुसार मनाई जाएगी वर्षगांठ, 27 दिसंबर से शुरू होंगे धार्मिक अनुष्ठान

  • 31 दिसंबर 2025 को श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ का मुख्य समारोह
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि, सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे मौजूद
  • 27 दिसंबर से 2 जनवरी 2026 तक पूजन-अनुष्ठान और धार्मिक आयोजन
  • 29 दिसंबर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत, श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था

समग्र समाचार सेवा
अयोध्या | 27 दिसंबर:दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत 27 दिसंबर 2025 से होगी। पूजन-अनुष्ठान, हवन और विशेष धार्मिक आयोजन 2 जनवरी 2026 तक चलते रहेंगे। मुख्य समारोह 31 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में संत-महात्मा और श्रद्धालु शामिल होंगे।

राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि, सीएम योगी रहेंगे मौजूद

इस भव्य आयोजन में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी कार्यक्रम में उपस्थिति रहेगी। पूजन-अनुष्ठान जगद्गुरु मध्वाचार्य जी की देखरेख में संपन्न कराए जाएंगे।

29 दिसंबर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत

कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत 29 दिसंबर से सांस्कृतिक आयोजनों की शुरुआत होगी। इसमें भजन-कीर्तन, रामकथा और विविध धार्मिक-सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेंगी।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं

श्रद्धालुओं की सुविधा और सुचारु आवागमन को ध्यान में रखते हुए अंगद टीला तक पहुंचने के लिए सुग्रीव पथ से आने-जाने की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा, यातायात और दर्शन व्यवस्था को लेकर प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं।

मां अन्नपूर्णा मंदिर में ध्वजारोहण करेंगे रक्षा मंत्री

इसी क्रम में 31 दिसंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर स्थित मां अन्नपूर्णा मंदिर में ध्वजारोहण भी करेंगे। वे प्रतिष्ठा द्वादशी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सहभागिता करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ उपस्थित रहेंगे।

तैयारियां अंतिम चरण में

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की व्यवस्थाओं से जुड़े गोपाल जी ने बताया कि आयोजन को लेकर सभी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत और व्यवस्था के लिए प्रशासन और ट्रस्ट मिलकर काम कर रहे हैं।

पहले भी ऐतिहासिक क्षणों का गवाह बनी अयोध्या

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराए जाने के बाद 25 नवंबर की तिथि इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई थी। उस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को रामलला की प्रतिमा भेंट की थी और संघ प्रमुख मोहन भागवत भी कार्यक्रम में मौजूद रहे थे।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.