समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31 अगस्त: आयुष मंत्रालय 3 और 4 सितंबर 2025 को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए), सरिता विहार में दो दिवसीय विभागीय शिखर सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। इसका मुख्य विषय है – “राष्ट्रीय आयुष मिशन और राज्यों में क्षमता निर्माण”।
इस सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव करेंगे।
सम्मेलन का उद्देश्य
इस आयोजन का लक्ष्य है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से मिले सुझावों और टिप्पणियों पर गहन विचार-विमर्श हो। साथ ही, राष्ट्रीय आयुष मिशन (NAM) को और अधिक सशक्त एवं विस्तारित करने की रणनीति तय की जाए।
राष्ट्रीय आयुष मिशन का उद्देश्य आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा रिग्पा और होम्योपैथी (AYUSH Systems) को एकीकृत करके समग्र स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देना है।
पीएम मोदी की पहल से जुड़ा आयोजन
यह शिखर सम्मेलन वर्ष 2025 में आयोजित छह विषयगत सम्मेलनों की श्रृंखला का अंतिम आयोजन है। इन सम्मेलनों की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर की गई थी। इसका मकसद है कि केंद्र और राज्यों के अधिकारी मिलकर स्वास्थ्य और प्रशासनिक सुधारों पर संयुक्त रणनीति बनाएं।
नीति आयोग और आयुष मंत्रालय की साझेदारी
नीति आयोग ने इस सम्मेलन के लिए आयुष मंत्रालय को नोडल मंत्रालय नियुक्त किया है, जिसे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का भी सहयोग मिला है।
सम्मेलन से पहले नीति आयोग और मंत्रालय ने राज्यों के लिए अनुकूलन सत्र और संकल्पना टिप्पणियों का प्रसार किया।
छह उप-समूह और उनके फोकस क्षेत्र
सम्मेलन को सफल बनाने के लिए छह उप-समूह गठित किए गए हैं, जिनमें विभिन्न राज्य/केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं। इनके फोकस क्षेत्र इस प्रकार हैं:
- वित्तीय प्रबंधन, निगरानी एवं मूल्यांकन – नोडल राज्य: राजस्थान, मिजोरम।
- मानव संसाधन सुदृढ़ीकरण और क्षमता निर्माण – नोडल राज्य: मध्य प्रदेश, सिक्किम।
- आयुष का आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ एकीकरण – नोडल राज्य: छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश।
- आयुष सुविधाओं में गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ – नोडल राज्य: उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश।
- आयुष चिकित्सा का गुणवत्ता आश्वासन और पैकेजिंग – नोडल राज्य: कर्नाटक, असम।
- आईटी-सक्षम डिजिटल सेवाएँ – नोडल राज्य: केरल, महाराष्ट्र।
विशेषज्ञों की भागीदारी
इस सम्मेलन में देशभर के वरिष्ठ अधिकारी—अतिरिक्त मुख्य सचिव, सचिव, महानिदेशक, मिशन निदेशक और आयुष आयुक्त शामिल होंगे। साथ ही, प्रख्यात विशेषज्ञ और पैनलिस्ट भी सत्रों को संबोधित करेंगे। इनमें प्रमुख हैं:
- डॉ. वी.के. पॉल (सदस्य, नीति आयोग)
- श्री जे.एल.एन शास्त्री (आयुर्वेदाचार्य)
- डॉ. वी.एम. कटोच (पूर्व महानिदेशक, ICMR)
- प्रो. भूषण पटवर्धन
आयुष को सशक्त बनाने की दिशा में कदम
यह सम्मेलन न केवल राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के बीच सहयोग बढ़ाएगा, बल्कि आयुष प्रणालियों को भारत की स्वास्थ्य संरचना का अभिन्न हिस्सा बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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