आजम खान के बयान ने यूपी राजनीति में मचाई हलचल, अखिलेश यादव ने जताया साथ

समग्र समाचार सेवा
रामपुर, 10 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान के अगले कदम को लेकर चर्चा जोरों पर है। सवाल यह है कि क्या वे सपा में बने रहेंगे या किसी अन्य पार्टी का रुख करेंगे। इस संभावित बदलाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं।

अखिलेश यादव की मुलाकात

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को रामपुर में आजम खान से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद अखिलेश ने आजम को सपा का ‘दरख्त’ करार दिया। उन्होंने कहा, “आजम खान समाजवादी पार्टी के दरख्त हैं। हमारा साथ हमेशा बना रहेगा।” अखिलेश ने मीडिया से बातचीत में पुराने नेताओं और मुलायम सिंह यादव के साथियों की अहमियत पर भी जोर दिया।

सपा के अन्य नेताओं ने इस मुलाकात को सकारात्मक बताया और इसे पार्टी के अंदर एकजुटता का संकेत माना।

आजम खान का मायावती के प्रति सम्मान

हालांकि, मुलाकात के तुरंत बाद आजम खान ने बसपा प्रमुख मायावती की प्रशंसा कर सभी को चौंका दिया। उन्होंने कहा, “मायावती बड़े जनसमूह की नायक हैं। हम उनका बहुत सम्मान करते हैं।” उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में नए कयासों और चर्चाओं को जन्म दिया।

विश्लेषकों का मानना है कि आजम खान के इस बयान से यूपी की राजनीति में हलचल बढ़ सकती है। यह बयान सपा के भीतर और विपक्षी दलों के बीच रणनीतिक बदलाव को भी प्रभावित कर सकता है।

राजनीतिक मायने

राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, आजम खान का मायावती की प्रशंसा करना केवल व्यक्तिगत सम्मान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच संभावित गठबंधन रणनीति का संकेत भी हो सकता है। वहीं, अखिलेश यादव द्वारा आजम खान को ‘दरख्त’ कहकर पार्टी में उनके महत्व को रेखांकित करना, सपा के लिए स्थिरता और एकजुटता का संदेश है।

उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों से पहले सपा और उसके गठबंधन दलों के लिए आजम खान का राजनीतिक रुख अहम माना जा रहा है। उनके कदम से पार्टी की रणनीति और चुनावी राजनीति में संभावित बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

 

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