बेंगलुरु गोल्ड स्मगलिंग केस: अभिनेता रान्या राव के सौतेले पिता, कर्नाटका के डीजीपी रामचंद्र राव को अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया
अभिनेता रान्या राव की गिरफ्तारी के बाद बेंगलुरु में एक बड़े गोल्ड स्मगलिंग केस में, कर्नाटक सरकार ने राज्य पुलिस प्रमुख, डीजीपी (डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) के. रामचंद्र राव को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया है। यह मामला और भी गंभीर हो गया है क्योंकि जांच में यह सामने आ रहा है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का हिस्सा हो सकता है, जो उच्च-प्रोफाइल व्यक्तियों को गोल्ड स्मगलिंग के लिए ‘मुल्स’ के रूप में इस्तेमाल करता है।
कर्नाटका सरकार के आदेश पर, रामचंद्र राव को अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया है और उनकी जगह आईपीएस अधिकारी केवी शरथ चंद्र कर्नाटका राज्य पुलिस हाउसिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक बन गए हैं। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है और अगले आदेश आने तक, रामचंद्र राव को अवकाश पर रखा जाएगा।
रामचंद्र राव अक्टूबर 2023 से डीजीपी के पद पर कार्यरत थे और साथ ही कर्नाटका राज्य पुलिस हाउसिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक भी थे। उनकी सेवाओं में कुछ विवाद भी सामने आ चुके हैं। उनका कार्यकाल तब चर्चा में आया था, जब उनका नाम एक बड़ी नकद जब्ती के मामले में सामने आया था, जब वे साउथ रेंज के आईजीपी (इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) थे।
इस मामले ने तब सुर्खियां बटोरीं जब रान्या राव को 3 मार्च को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) के अधिकारियों ने रान्या के हाथों से 14.2 किलो सोने की छड़ों को जब्त किया, जिनकी कीमत लगभग ₹12.5 करोड़ मानी गई है। जब्ती किए गए सोने पर उन्हें 38.5% कस्टम ड्यूटी का भुगतान करना पड़ा, जो ₹4.83 करोड़ बनता है। रान्या राव दुबई से बेंगलुरु जा रही थीं, और यह मामला हवाईअड्डे पर उनके सामान की जांच के समय सामने आता है।
डीआरआई ने रान्या राव के करीबी मित्र तरुण राजू को भी 10 मार्च को गिरफ्तार किया, जिन्होंने अपने साथ दुबई टूर पर गए थे। जांच एजेंसियों का मानना है कि यह एक बड़े अंतरराष्ट्रीय गोल्ड स्मगलिंग सिंडिकेट का हिस्सा हो सकता है, जो उच्च-प्रोफाइल व्यक्तियों का सहारा लेता है। रान्या राव ने हिरासत में लेने के बाद पुलिस पर आरोप लगाया था कि उन्हें टॉर्चर किया गया और 10 से 15 बार थप्पड़ मारा गया।
इस मामले ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है और कर्नाटका पुलिस तथा अन्य जांच एजेंसियां इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं। डीआरआई की टीम ने दावा किया है कि रान्या राव और उनके साथियों द्वारा किया गया यह स्मगलिंग का प्रयास एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जो वैश्विक स्तर पर सोने की तस्करी में लिप्त है।
रामचंद्र राव को अनिवार्य अवकाश पर भेज जाने और मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कर्नाटका सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है। पुलिस और अन्य एजेंसियां आगे की जांच कर रही हैं ताकि इस सिंडिकेट को पकड़ा जा सके और मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
इस घटना-क्रम ने न केवल कर्नाटका पुलिस की इमेज पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि बड़े तस्करी नेटवर्क में उच्च-प्रोफाइल व्यक्ति भी शामils हो सकते हैं। अब इस जांच में देखना होगा कि क्या नए खुलासे होते हैं और क्या इस मामले में और गिरफ्तारियां होती हैं।
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