तीन दशक बाद घाना पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री, साझेदारी को नया मुकाम देने का ऐलान

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ हुए संयुक्त प्रेस वक्तव्य में कहा कि तीन दशकों के लंबे अंतराल के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने घाना की यात्रा की है और यह उनके लिए गर्व का विषय है। प्रधानमंत्री ने घाना में मिले सम्मान, आत्मीयता और गर्मजोशी से स्वागत के लिए राष्ट्रपति महामा और घाना की जनता का विशेष धन्यवाद किया।

भारत-घाना साझेदारी का विस्तार
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और घाना के बीच साझा मूल्य, ऐतिहासिक संघर्ष और लोकतांत्रिक आदर्श मित्रता को गहराई देते हैं। उन्होंने बताया कि घाना में इंडिया-घाना कोफी अन्नान आईसीटी सेंटर, कोमैंडा शुगर फैक्ट्री और तेमा पकदन रेलवे लाइन जैसे प्रोजेक्ट दोनों देशों की मजबूत साझेदारी का प्रमाण हैं। उन्होंने बताया कि अब दोनों देश इस द्विपक्षीय साझेदारी को ‘कम्प्रिहेंसिव पार्टनरशिप’ का रूप देंगे।

व्यापार और विकास में नए लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत और घाना के बीच द्विपक्षीय व्यापार तीन बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर चुका है और अगले पांच वर्षों में इसे दोगुना करने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने घाना के लिए आईटेक और आईसीसीआर स्कॉलरशिप को दोगुना करने की घोषणा की और युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोलने का ऐलान भी किया।

सुरक्षा और ऊर्जा में सहयोग
रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई को मजबूत करने पर सहमति जताई। साथ ही क्लीन एनर्जी और बायोफ्यूल्स में सहयोग के लिए घाना को ग्लोबल बायोफ्यूल्स अलायंस से जुड़ने का आमंत्रण दिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि घाना में भारतीय समुदाय दोनों देशों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है।

 

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