भगवंत मान जेसीबी टिप्पणी विवाद विदेश मंत्रालय ने दी चेतावनी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11 जुलाई: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया विदेश यात्रा पर तंज अब बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। ‘जेसीबी देखने वालों से छोटी आबादी वाले देशों’ के बयान ने न सिर्फ बीजेपी बल्कि विदेश मंत्रालय को भी नाराज़ कर दिया है। पंजाब विधानसभा से लेकर सोशल मीडिया तक भगवंत मान के बयान की गूंज सुनाई दे रही है।

कहां से शुरू हुआ विवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राज़ील और नामीबिया के दौरे से लौटे हैं। इसी पर निशाना साधते हुए भगवंत मान ने कहा था कि प्रधानमंत्री ऐसे देशों में जा रहे हैं, जिनकी आबादी इतनी कम है कि उतने लोग तो भारत में जेसीबी खुदाई देखने पहुंच जाते हैं।

मान ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘मैग्नेसिया, गलवेशिया, तरवेशिया कहां-कहां घूम रहे हैं पीएम साहब! जहां 140 करोड़ लोग रह रहे हैं वहां नहीं रुकते, दस हज़ार की आबादी वाले देशों में सम्मान लेते घूमते हैं।’

विदेश मंत्रालय ने दी तीखी प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री के इस बयान पर विदेश मंत्रालय ने बिना नाम लिए कड़ी आपत्ति जताई। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘हमने एक वरिष्ठ सरकारी पदाधिकारी की टिप्पणी देखी है, जो भारत और ग्लोबल साउथ के मित्र देशों के रिश्तों को कमज़ोर करती है। ऐसी टिप्पणियां ग़ैर-ज़िम्मेदाराना और उस पद की गरिमा के अनुरूप नहीं हैं।’’

बीजेपी ने किया इस्तीफे की मांग

बीजेपी ने भी भगवंत मान को निशाने पर लिया। पार्टी नेताओं ने कहा कि मान अब भी मुख्यमंत्री कम और कॉमेडियन ज्यादा लगते हैं। बीजेपी ने कहा कि ऐसे बयान देश की विदेश नीति का अपमान हैं और मान को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

मान ने विधानसभा में फिर दोहराया तंज

विदेश मंत्रालय और बीजेपी के तीखे हमले के बाद भी भगवंत मान अपने बयान पर कायम हैं। पंजाब विधानसभा में उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री मोदी आधी दुनिया घूमने में व्यस्त हैं, लेकिन पाकिस्तान से रिश्ते नहीं संभाल पाए। उन्होंने सवाल किया कि इतनी यात्राओं के बाद भी क्या कोई देश भारत के साथ खड़ा हुआ? मान ने कहा कि वे रोज़ प्रेस कॉन्फ़्रेंस करते हैं लेकिन पीएम मोदी ने 11 साल में एक भी प्रेस कॉन्फ़्रेंस नहीं की।

कांग्रेस ने भी साधा निशाना

इस विवाद से पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब शायद प्रधानमंत्री को मणिपुर जाने का वक्त मिल जाएगा, जहां लोग दो साल से इंतज़ार कर रहे हैं।

 

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