समग्र समाचार सेवा,
नई दिल्ली, 12 मई।
दिल्ली सरकार, वैक्सीन को लेकर यहां की सरकार लगातार फिक्रमंद दिख रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद अब उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वैक्सीन की कमी के चलते सेंटर्स बंद होने की बात कही है। सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि भारत बायोटेक ने दिल्ली के लिए अतिरिक्त वैक्सीन देने से इंकार कर दिया है। ऐसे में उन्होंने 100 वैक्सीनेशन सेंटर्स बंद करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
सिसोदिया ने बताया कि भारत बायोटेक ने दिल्ली सरकार को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें एक सरकारी अधिकारी की तरफ से जताई गई चिंता के बाद वैक्सीन उपलब्ध न होने की बात कही गई है। सिसोदिया ने कहा कि साफ है केंद्र सरकार वैक्सीन की सप्लाई पर नियंत्रण रख रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र को वैक्सीन का निर्यात बंद करना चाहिए। देश के दोनों वैक्सीन निर्माता का फॉर्मूला दूसरी कंपनियों के साथ शेयर किया जाना चाहिए ताकि बड़े पैमाने पर इसका प्रोडक्शन हो सके। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में मौजूद को भारत में इस्तेमाल की मंजूरी दी जाए। सभी राज्यों को निर्देश दिया जाए कि हर एक को तीन महीने के भीतर वैक्सीन डोजेज दी जाएं।
10 मई को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि दिल्ली में कोवैक्सिन का केवल एक दिन का स्टॉक बचा है। कोवीशील्ड का स्टॉक केवल 3-4 दिन तक चलेगी। जैन ने केंद्र से जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराने की अपील की थी।
4 मई को दिल्ली सरकार ने कहा था कि दिल्ली में कुछ दिन की वैक्सीन बची है और ये समस्या देशव्यापी है। आज केवल दो कंपनियां वैक्सीन बना रही हैं और दोनों मिलकर महीने में केवल 6-7 करोड़ वैक्सीन बनाती हैं। इस तरह तो देश के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाने में हमें दो साल से ज्यादा लग जाएंगे। जब तक हर भारतीय को वैक्सीन नहीं लगती ये जंग नहीं जीती जा सकती। उन्होंने कहा था कि वैक्सीन बनाने का काम केवल दो कंपनियां ना करें, कई कंपनियों को वैक्सीन बनाने में लगाया जाए।
दिल्ली में मंगलवार को 12,481 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 13,583 लोग ठीक हुए और 347 की मौत हो गई। अब तक 13.48 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 12.44 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 20,010 मरीजों की मौत हो चुकी है। यहां 83,809 का इलाज चल रहा है।
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