भारत सरकार आईपी कंटेंट को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है: वाणिज्य सचिव

एसईपीसी ने कान में आयोजित मिपकॉम 2019 के दौरान इंडिया आईपी गाइड पेश की

मीडिया एवं मनोरंजन (एम एंड ई) सेक्‍टर की 60 भारतीय कंपनियां कान में आयोजित मिपकॉम 2019 में शिरकत करती हुईं  

 

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा गठित सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (एसईपीसी) ने मीडिया एवं मनोरंजन (एम एंड ई) उद्योग के लिए 14-17 अक्टूबर, 2019 के दौरान कान में आयोजित मिपकॉम 2019 में भारत बौद्धिक संपदा (इंडिया आईपी) गाइड पेश की है। इस गाइड में 60 से भी अधिक भारतीय आईपी की सूची है, जो 160 से ज्‍यादा देशों में लोकप्रिय है। यह भारत में केवल निम्नस्‍तरीय कार्य किए जाने या उपलब्धियां हासिल किए जाने के मिथक को व्‍यापक रूप से तोड़ता है।

कान में आयोजित 36वें मिपकॉम में जारी इंडिया आईपी गाइड में उद्योग को दिए एक संदेश में वाणिज्य सचिव श्री अनूप वधावन ने कहा कि भारत सरकार सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्माताओं की मौलिकता और रचनात्मकता के उल्लंघन के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। आईपी दरअसल मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में अपने रचनाकारों के लिए सबसे महत्वपूर्ण परिसंपत्ति है। वाणिज्य सचिव के संदेश में यह भी कहा गया है कि भारत सरकार उद्योग के भावी विकास के केंद्र बिंदु के रूप में बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) की विशेष अहमियत पर काफी दृढ़ता से विश्वास करता है।

दुनिया की सबसे बड़ी कंटेंट मार्केट फ्रांस के कान में आयोजित मिपकॉम में एसईपीसी के इंडिया पैवेलियन ने लगातार दूसरे साल उद्योग जगत को उत्साहित और आकर्षित किया है। 60 से भी अधिक भारतीय प्रतिनिधि इंडिया पैवेलियन से जुड़े प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। 250 से अधिक प्रतिनिधियों वाली तकरीबन 115 भारतीय कंपनियां मिपकॉम में शिरकत कर रही हैं।

एसईपीसी की महानिदेशक संगीता गोडबोले ने बताया कि मिपकॉम में कुछ शीर्ष प्रसिद्ध भारतीय मीडिया और मनोरंजन कंपनियां मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी स्‍थल के आकार में पिछले साल की तुलना में वृद्धि हुई है और इंडिया पवेलियन में एसईपीसी के प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से 15 मीडिया और मनोरंजन कंपनियां पहली बार भाग ले रही हैं।

भारतीय प्रदर्शक और आगंतुक कंपनियां दुनिया भर के 111 से भी अधिक देशों से मिपकॉम में आई कंपनियों के साथ खरीदारी, बिक्री, सेवाएं मुहैया कराने और भागीदार बनाने के लिए इसमें भाग ले रही हैं। इंडिया पैवेलियन कंटेंट तैयार करने वालों, एनीमेशन में दृश्‍य-श्रव्‍य (ऑडियो-विजुअल) सेवा प्रदाताओं, वीएफएक्स, एआर/वीआर, गेमिंग, नई मीडिया सेवाओं, फिल्म निर्माण सेवाओं इत्‍यादि से जुड़े दिग्‍गजों के मिलने-जुलने का एकल स्थान है। कई भारतीय कंपनियां यहां अपने पूर्ण आईपी के साथ मौजूद हैं या वे अपने यहां तैयार परिसंपत्तियों की मार्केटिंग कर रही हैं।

एसईपीसी का एक मुख्य उद्देश्य भारत के सेवा निर्यातकों को सुविधा प्रदान करना और मध्यम एवं छोटे उद्यमों की वैश्विक मौजूदगी के विस्तार के लिए उनका मार्गदर्शन करना है। इसका एक अन्‍य मुख्य उद्देश्य दुनिया भर के खरीदारों और वितरकों को भारतीय आईपी प्रस्तुत करना है। आईपी गाइड का उद्देश्य भारतीय कंटेंट रचनाकारों की ताकत को दर्शाना है।

आज की विशेषकर नवाचार अर्थव्‍यवस्‍था में एसईपीसी के अनेक हितधारकों के लिए बौद्धिक संपदा की विशेष अ‍हमियत है। संगीता गोडबोले ने बताया कि अकेले आईपी उत्‍पादों के सृजन, संरक्षण और विस्‍तार से ही यह सेक्‍टर काफी लाभान्वित होगा।

एसईपीसी ने आने वाले महीनों में एक ऑनलाइन आईपी हेल्‍पलाइन शुरू करने की योजना बनाई है, ताकि किसी भी व्‍यक्ति को आईपी संबंधी सवालों पर आवश्‍यक फीडबैक या जानकारियां प्राप्‍त हो सकें। एसईपीसी इसके अलावा आईपी सृजन के महत्‍वपूर्ण पहलुओं के संबंध में छोटी एवं मझोली मनोरंजन कंपनियों की मदद के लिए एक समिति भी गठित करेगी। इसका उद्देश्‍य कंपनियों एवं कंटेंट रचनाकारों की मदद करना है, ताकि आईपी से जुड़े मूल्‍य को अधिकतम स्‍तर पर पहुंचाया जा सके।

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