भूपेंद्र यादव ने श्रम कल्याण की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण विकसित करने के लिए विभिन्न संगठनों के बीच अभिसरण एवं तालमेल के महत्व पर दिया बल

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18मई। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव ने श्रम और रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत विभिन्न संगठनों के बीच अभिसरण के महत्व पर बल दिया।

वह 16 और 17 मई को वीवी गिरि राष्ट्रीय श्रम संस्थान, नोएडा में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे।

भूपेंद्र यादव ने कहा कि जमीनी स्तर पर मंत्रालय के सभी संगठनों के बीच तालमेल से देश में श्रमिकों के कल्याण की दिशा में समग्र दृष्टिकोण स्थापित करने में सहायता मिलेगी। “अभिसरण हेतु कार्य योजना” को विकसित करने के लिए आयोजित महत्वपूर्ण सत्र में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के संगठनों अर्थात् ईएसआईसी, ईपीएफओ, डीजीएलडब्ल्यू, सीएलसी, डीटीएनबीडब्ल्यूईडी, डीजीएफएएसएलआई, वीवीजीएनएलआई, डीजीएमएस, एलबी और डीजीई के 50 मध्यम स्तरीय प्रबंधन अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

विस्तृत विचार-विमर्श होने के बाद, प्रतिभागियों ने एक कार्य योजना तैयार की गई, जिसे मंत्री के सामने प्रस्तुत किया गया। भूपेंद्र यादव ने प्रतिभागियों के साथ बातचीत करते हुए, मंत्रालय के पहल और कार्य योजनाओं की सराहना की। मंत्री ने इस बात पर भी बल दिया कि इस प्रकार की बातचीत न केवल मुख्यालय में बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर भी नियमित रूप से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा क्योंकि मंत्रालय के विभिन्न कार्यक्षेत्र एक साथ आएंगे और श्रमिकों के कल्याण के लिए एकीकृत रूप से काम करेंगे।

इस अवसर पर,आरती आहूजा, सचिव श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने कहा कि इस प्रकार का साझा मंच श्रम, विशेष रूप से असंगठित श्रमिकों तक पहुंचने और कल्याणकारी योजनाओं के लाभों का अंतिम स्तर तक प्रदान करने के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।

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