संभल में बड़ा सर्च ऑपरेशन: हिंसा प्रभावित इलाके सील, नालियों तक मेटल डिटेक्टर से तलाशी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,4 दिसंबर।
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हाल ही में हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करने के लिए बड़े सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया। हिंसा प्रभावित इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, और हर कोने की गहन तलाशी ली जा रही है।

क्या है मामला?

संभल के कुछ इलाकों में बीते दिनों सामुदायिक तनाव के कारण हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान तोड़फोड़, आगजनी और हत्याओं की घटनाएं सामने आईं, जिसके चलते प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़े। कानून-व्यवस्था को बहाल करने के लिए अब प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

सर्च ऑपरेशन का विवरण

  1. इलाके सील किए गए:
    हिंसा प्रभावित क्षेत्रों को पूरी तरह सील कर दिया गया है। बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश और निवासियों के बाहर जाने पर पाबंदी लगाई गई है।
  2. मेटल डिटेक्टर से तलाशी:
    सुरक्षाबलों ने मेटल डिटेक्टर का उपयोग करते हुए नालियों, घरों और सार्वजनिक स्थानों की बारीकी से तलाशी ली। किसी भी प्रकार के हथियार या संदिग्ध वस्तु की तलाश की जा रही है।
  3. ड्रोन और कुत्तों का उपयोग:
    ऑपरेशन में ड्रोन और खोजी कुत्तों का भी सहारा लिया जा रहा है, ताकि कोई क्षेत्र अनदेखा न रह जाए।
  4. संदिग्धों पर निगरानी:
    पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया है। इसके साथ ही, इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।

प्रशासन की कार्रवाई

जिला प्रशासन और पुलिस ने स्थिति पर कड़ा नियंत्रण बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए हैं।

  • कर्फ्यू जैसी स्थिति बनी हुई है।
  • सभी प्रमुख सड़कों और गलियों पर बैरिकेडिंग की गई है।
  • स्थानीय निवासियों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की गई है।

स्थानीय जनता का रुख

इलाके में तलाशी अभियान के चलते स्थानीय निवासियों में भय का माहौल है, लेकिन अधिकांश लोग प्रशासन के कदमों का समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई जरूरी है।

निष्कर्ष

संभल में चलाया जा रहा सर्च ऑपरेशन कानून-व्यवस्था को बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन की सख्ती से यह संदेश स्पष्ट है कि हिंसा फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या ये कदम इलाके में स्थायी शांति ला सकेंगे।

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