आज रेस्क्यू ऑपरेशन में मिल सकता है बड़ा अपडेट, फंसे मजदूरों को किया जा रहा मोटिवेट

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17नवंबर। उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे 40 मजदूरों को निकालने के लिए आज छठे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. जी मीडिया संवाददाता ने बताया कि मलबे में 6मीटर लंबी 3 फीट चौड़ी पाइप डाली जा रही है. गुरुवार को दिन में 11 बजे से पाइप डालने का चल रहा है. ऑपरेशन टनल में तीन शिफ्ट में श्रमिक काम कर रहे हैं. टनल रेस्क्यू ऑपरेशन में आजबड़ा अपडेट मिल सकता है. रेस्क्यू ऑपरेशन 60 से 70 मीटर तक पाइप को इंजेस्ट करने का काम चल रहा है. लगातार एक्सपर्ट की निगरानी में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन हाई कैपेसिटी की मशीन से चलाया जा रहा है.

टनल से तकरीबन 100 मीटर की दूरी पर मीडिया कर्मियों को कवरेज की अनुमति दी गई है. पुलिस जिला प्रशासन पैरामिलिट्री के जवान भी मुस्तैद हैं. मजदूरों को टाइम टू टाइम ऑक्सीजन दी जा रही है. फंसे मजदूरों से लगातार बातचीत कर उन्हें मोटिवेट किया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन में 98 कर्मचारियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है.आज रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ा अपडेट मिल सकता है.

बता दें कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल हादसे का आज 6वां दिन है. रेस्क्यू ऑपरेशन के 100 घंटे से भी ज्यादा का समय बीत चुका है. अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. 40 जिंदगियां अभी भी टनल में फंसी हुई है. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं. मुख्यमंत्री धामी ने कमिश्नर गढ़वाल, आईजी गढ़वाल एवं राहत एवं बचाव में लगी एजेंसियों से सिलक्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन तथा टनल में फंसे श्रमिकों की कुशलक्षेम की हर पल की अपडेट ले रहे हैं.

सुरंग में फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने के लिए लगातार उनसे बातचीत की जा रही है. उनका परिजनों से भी संपर्क बना हुआ है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी कीमत पर श्रमिकों और उनके परिजनों का हौसला नहीं टूटना चाहिए. पुलिस प्रशासन सुरंग में फंसे मजदूरों से हर घंटे संपर्क स्थापित कर रहा है. गुरुवार को टनल में फंसे 22 वर्षीय महादेव की उसके मामा से बातचीत करवाई गई. ऑडियो में महादेव साफ-साफ कह रहा है कि वह और उसके साथी अभी तक सुरक्षित हैं. परिजन उनकी सकुशलता को लेकर चिंता न करें. उनके पास पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री पहुंच रही है. सभी साथी एक-दूसरे का हौसला बढ़ा रहे हैं.

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