समग्र समाचार सेवा
पटना, 13 अक्टूबर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारा अंतिम रूप दे दिया गया है। भाजपा और जदयू दोनों को 101-101 सीटें मिली हैं। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी की पार्टियों को केवल 6-6 सीटें मिली हैं।
मांझी जहां 15 सीटों की मांग कर रहे थे, वहीं कुशवाहा भी 10 सीटों से कम पर नहीं मानने के मूड में थे। हालांकि, 6 सीटें मिलने के बावजूद उन्होंने समर्थकों से पूरी निष्ठा के साथ चुनाव में उतरने की अपील की है।
एनडीए के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द
बिहार चुनाव में एनडीए के लिए सीट शेयरिंग सबसे बड़ा चुनौतीपूर्ण मुद्दा था। पटना से दिल्ली तक कई राउंड मीटिंग और बैठकों के बाद, भाजपा ने सभी घटक दलों को मनाकर सीट बंटवारे पर आम सहमति बनाने में सफलता पाई।
हालांकि, उपेंद्र कुशवाहा की 10 सीटों की डिमांड पूरी नहीं हो सकी, और नीतीश कुमार भी भाजपा से एक सीट ज्यादा पर लड़ने की इच्छा पूरी नहीं कर पाए।
कुशवाहा ने किया भावुक पोस्ट
उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए लिखा, “प्रिय मित्रों/साथियों, आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पाई। मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों-लाखों लोगों का मन दुखी होगा।”
उन्होंने आगे लिखा कि कई घरों में आज खाना नहीं बना होगा और समर्थकों से गुस्सा शांत करने की अपील की। कुशवाहा ने कहा कि समय आने पर सबको समझ आएगा कि फैसला कितना उचित या अनुचित था।
प्रिय मित्रों/साथियों,
आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पायी। मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों – लाखों लोगों का मन दुखी होगा। आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा। परन्तु आप सभी…
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLM) October 12, 2025
महागठबंधन की मुश्किलें और चुनावी पारा
वहीं, विपक्षी महागठबंधन की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी समेत कई नेताओं पर IRCTC घोटाले में आरोप तय किए गए हैं। इसके बाद, जदयू और भाजपा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर महागठबंधन और खासकर लालू परिवार पर हमले तेज कर सकते हैं।
इस घोटाले में तेजस्वी यादव और लालू की बेटी मीसा भारती भी आरोपी हैं। इसके अलावा, महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक अंतिम फैसला नहीं हो सका है। कुल मिलाकर चुनाव से पहले सियासी पारा काफी हाई है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए और महागठबंधन दोनों ही गठबंधन कसौटी पर खड़े हैं, और सीट बंटवारे के फैसले ने चुनावी समीकरणों को नया मोड़ दे दिया है।
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