समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22दिसंबर। केंद्र की सलाह के अनुरूप बिहार के हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर औचक कोविड जांच की जाएगी. राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बुधवार की रात इस संबंध में आईजीआईएमएस और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सूक्ष्म जीव विज्ञान के डॉक्टरों समेत वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई. उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण करने का निर्देश दिया कि रोगियों में कोई नया कोविड-19 संस्करण सामने नहीं आया है.
राज्य में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए मॉल, शॉपिंग सेंटर और सिनेमा हॉल अधिकारियों को एक एडवाइजरी भी जारी की गई है. अधिकारियों को हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करने और संदिग्ध मामलों को आरटी पीसीआर टेस्ट और जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए अस्पतालों में भेजने के लिए कहा गया है. इस बीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जो स्वास्थ्य मंत्री भी हैं, ने कहा कि बिहार सरकार कोविड-19 मामलों से निपटने के लिए तैयार है.
तेजस्वी ने कहा,हमारे स्वास्थ्य अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं और सभी अस्पतालों को आवश्यक उपाय करने के लिए कहा गया है. बिहार देश का एकमात्र राज्य है जिसने कोरोना के परीक्षण को नहीं रोका है. हम परीक्षण कर रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर डेटा अपलोड कर रहे हैं.
चीन में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों ने भारत सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है. इस कारण भारत सरकार व राज्य सरकारें भी सतर्क हो गई हैं. विशेषज्ञों को उम्मीद है कि ओमिक्रॉन के संक्रमण का इस बार भारत का मामला अलग होगा क्योंकि ओमिक्रॉन के सभी चार BF.7 मामले अतीत में – जुलाई, सितंबर और नवंबर में भारत में पहले ही पाए गए थे और भारत में फिलहाल BF.7 का कोई सक्रिय मामला नहीं है.
एम्स दिल्ली के वरिष्ठ महामारी विशेषज्ञ, डॉ. संजय राय ने कहा है कि भारत में, हमारे पास यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि जो लोग कोविड से ठीक हो गए हैं, वे सबसे अच्छी तरह सुरक्षित हैं. सभी वैरिएंट की निगरानी करना महत्वपूर्ण है. लेकिन वर्तमान परिदृश्य में वायरस के कारण हमें किसी गंभीर समस्या का सामना करने की संभावना नहीं है.
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