समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 जुलाई: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सियासी रंगत के बीच वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने ₹57,946.25 करोड़ का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया। सदन में बजट पेश करते ही भारी हंगामे के कारण कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
अनुपूरक बजट का ढांचा
श्रम मंत्री संतोष सिंह ने विधान परिषद में बताया कि इस बजट के अंतर्गत ₹36,169 करोड़ वार्षिक स्कीम मद, ₹21,773 करोड़ स्थापना मद, और लगभग ₹3.63 करोड़ केंद्रीय क्षेत्र स्कीम मद में खर्च किया जाएगा। इसमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर विशेष जोर है, जिनके लिए सबसे अधिक राशि निर्धारित की गई है।
सदन में हंगामा और स्थगन
प्रस्तुति के तुरंत बाद विपक्ष ने मतदाता पुनरीक्षण पर तीखा हंगामा किया। प्रदर्शन के दौरान एआईएमआईएम के विधायक अख्तर ऊल ईमान हंगामे के बीच सदन की बेल तक पहुँचे और “लोकतंत्र की हत्या” का आरोप लगाते हुए बैनर के साथ विरोध जताया। इनके चलते सदन की कार्यवाही शोक प्रस्ताव के साथ मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई।
विपक्ष की नाराज़गी
विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने सत्र की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ की और सभी सदस्यों से गरिमामयी व्यवहार की अपील की। लेकिन उन्होंने अपना संबोधन पूरी तरह नहीं पढ़ा, क्योंकि विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। उनका आरोप था कि मतदाता सूची में पुनरीक्षण के नाम पर निर्दोष लोगों के नाम काटे जा रहे हैं, जो लोकतंत्र के प्रति हमला है।
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