समग्र समाचार सेवा
पटना, 14 अप्रैल।
देश में एक बार कोरोना अपनी पिक प्वाइंट पर है। ऐसे में डरे और घबराए मजदूर अपने राज्यों में लौटने लगे है। सरकार इन लोगों के रोजगार की व्यवस्था को लेकर योजना बना रही है। जानकारी के मुताबिक दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों की पंचायतवार मैपिंग की जाएगी, जिससे उनकी कार्यकुशलता जानने के बाद उस हिसाब से उन्हें मनरेगा के तहत काम मिलेगा। वहीं कुशल लोगों को उद्योग विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा।
इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी विभिन्न विभागों को दिशा-निर्देश दिए हैं। श्रम संसाधन विभाग पंचायत स्तर पर इन प्रवासी कामगारों की मैपिंग का काम जल्द शुरू करेगा। उनकी दक्षता व क्षमता के हिसाब से ही संबंधित क्षेत्र में उनके रोजगार या स्वरोजगार की व्यवस्था की जाएगी।
सरकार मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहतअनुसूचित जाति-जनजाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लोगों को अपने रोजगार शुरू करने के लिए सरकार 10 लाख तक की मदद दे रही है। अब इसे महिलाओं और सामान्य वर्ग के लोगों के लिए भी शुरू करने की तैयारी है।
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