समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19नवंबर। कर्नाटक की कांग्रेस इकाई ने राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा पर वोटर आईडी घोटाले का आरोप लगाया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने बेंगलुरु के आयुक्त प्रताप रेड्डी से मुलाकात की और घोटाले के संबंध में बोम्मई और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार मतदाताओं का डेटा चुरा रही है और एक निजी एजेंसी के माध्यम से चुनावी धोखाधड़ी में लिप्त है.कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बोम्मई, बीबीएमपी के विशेष आयुक्त तुषार गिरिनाथ और चुनाव आयोग पर मतदाताओं के डेटा चोरी करने के लिए एक टीम के रूप में कार्य करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के इस्तीफा व मामले की जांच कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से जांच की मांग की. वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने चुनावी धांधली के कांग्रेस के आरोपों को बृहस्पतिवार को खारिज किया और कहा कि वह इस मामले में जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं.
डीके शिवकुमार ने कहा कि भारतीय संविधान के मुताबिक केवल सरकारी अधिकारी मतदाता सूची से संबंधित मुद्दों को संभालने का कार्य कर सकते हैं. वहीं, पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने दावा किया कि यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर किया जा रहा है. उन्होंने कहा, उन्हें (बोम्मई) गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उन्हें पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. इस तरह की साजिश कर्नाटक के इतिहास में कभी किसी मुख्यमंत्री ने नहीं की.
शिवकुमार ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति/जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को मतदाता सूची से बाहर किया जा रहा है. उन्होंने मांग की कि सरकार द्वारा पहचान पत्र दिए गए हजारों भाजपा कार्यकतार्ओं को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और एकत्र डेटा को जब्त किया जाना चाहिए. कांगेस नेताओं ने मांग किया कि एक निजी संस्था को मतदाताओं का डेटा एकत्रित करने की अनुमति किसने दी? इस बात की जांच की जानी चाहिए.सुरजेवाला ने पूछा एक निजी संस्था को जाति, धर्म, लिंग, मातृभाषा, वैवाहिक स्थिति, आधार संख्या, फोन नंबर, पता, मतदाता पहचान संख्या, मतदाताओं के ईमेल पते आदि की जानकारी एकत्र करने की अनुमति कैसे दी जा सकती है.
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