समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 अप्रैल। पीएम नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मोदी ने परिवारवाद, केंद्र सरकार की योजनाएं, वोटबैंक की राजनीति और देश की अर्थव्यवस्था जैसे कई मुद्दों को लेकर कार्यकर्ताओं को बताया। दरअसल, मौका था विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के 42वें स्थापना दिवस का। पीएम मोदी ने बताया कि किन तीन वजहों से भाजपा का स्थापना दिवस खास हो गया। पीएम के संबोधन की 10 बड़ी बातें हम आपको बताते हैं।
अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही
हमारे लिए राजनीति और राष्ट्रनीति साथ साथ चलते हैं, लेकिन ये भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवारभक्ति की, और दूसरी है राष्ट्रभक्ति की। परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को भी कभी आगे नहीं बढ़ने दिया, उनके साथ हमेशा विश्वासघात किया है। आज हमें गर्व होना चाहिए कि आज भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो इस चुनौती से देश को सजग कर रही है, सतर्क कर रही है।
परिवारवादियों पर साधा निशाना
केंद्रीय स्तर पर और अलग अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं। परिवारवादी सरकारों में परिवार के सदस्यों का स्थानीय निकाय से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है। ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हो, लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढककर रखते हैं।
ये है हमारी पार्टी के मूल संस्कार
गरीबों, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं के हितों के लिए, उनके उत्थान के लिए काम करना, ये हमारी पार्टी के मूल संस्कार हैं। इसलिए आज गरीबों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के साथ ही महिलाएं भाजपा के पक्ष में खड़ी हुई हैं, वो नए युग की ताकत का प्रतिबिंब है। पिछले कई चुनावों में हमने लगातार देखा है, भाजपा का विजय तिलक करने के लिए सबसे आगे हमारी माताएं-बहनें आती हैं। ये केवल एक चुनावी घटना भर नहीं है। ये एक ऐसा सामाजिक और राष्ट्रीय जागरण है जिसका इतिहास में विश्लेषण किया जाएगा।
कुछ राजनीतिक दलों ने सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की
हमारे देश में दशकों तक कुछ राजनीतिक दलों ने सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की। कुछ लोगों को ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसाकर रखो, भेदभाव-भ्रष्टाचार ये सब वोटबैंक की राजनीति का साइड इफेक्ट था, लेकिन भाजपा ने इस वोटबैंक की राजनीति को ना सिर्फ टक्कर दी है, बल्कि इसके नुकसान, देशवासियों को समझाने में भी सफल रही है।
भारत 80 करोड़ गरीबों, वंचितों को मुफ्त राशन दे रहा
आज पूरी दुनिया देख रही है कि इतने मुश्किल समय में भारत 80 करोड़ गरीबों, वंचितों को मुफ्त राशन दे रहा है। 100 साल के इस सबसे बड़े संकट में गरीब को भूखा न सोना पड़े, इसके लिए केंद्र सरकार करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है। सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के साथ हम सबका विश्वास प्राप्त कर रहे हैं। देश के विकास के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री के भाषण की मुख्य बातें
– हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नियत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है, और निश्चयशक्ति भी है। इसलिए, आज हम लक्ष्य तय कर रहे हैं, उन्हें पूरा भी कर रहे हैं।
– आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है। जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो, तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है, जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।
– स्थापना दिवस तीन वजहों से बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। पहला- देश की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। दूसरा कारण- तेजी से बदलती वैश्विक परिस्थितियां, बदलता हुआ ग्लोबल ऑर्डर। इसमें भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही हैं। तीसरा कारण- कुछ समय पहले चार राज्यों में भाजपा की डबल इंजन सरकार वापस लौट गई हैं। तीन दशकों बाद राज्यसभा में किसी पार्टी की संख्या 100 पर पहुंची है।
– मैं देश और दुनिया भर में फैले भाजपा के प्रत्येक सदस्य को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं। कश्मीर से कन्याकुमारी, कच्छ से कोहिमा तक भाजपा एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प को निरंतर सशक्त कर रही है।
– आज नवरात्रि की पांचवीं तिथि भी है, आज के दिन हम सभी मां स्कंदमाता की पूजा करते हैं। हम सबने देखा है कि मां स्कंदमाता कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं और अपने दोनों हाथों में कमल का फूल थामें रहती हैं। मेरी प्रार्थना है कि मां स्कंदमाता का आशीर्वाद देशवासियों पर, भाजपा के प्रत्येक कर्मठ कार्यकर्ता और प्रत्येक सदस्य पर हमेशा बना रहे।
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