बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने ममता बनर्जी के मंत्री के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत, जानें क्या है मामला

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13नवंबर। भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता अखिल गिरि के खिलाफ दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. बीजेपी सांसद ने आईपीसी और एससी-एसटी अधिनियम की धाराओं के तहत अखिल गिरि के खिलाफ तत्काल कार्रवाई और प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध दिल्ली पुलिस से किया है. टीएमसी नेता अखिल गिरि पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अपमानजनक बयान देने का आरोप है. लॉकेट चटर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी को इस मामले पर बयान देना चाहिए.अखिल गिरि उनकी सरकार में मंत्री हैं उन्हें उन्हें तुरंत बर्खास्त करना चाहिए. उन्हें दिल्ली आकर माफी मांगनी चाहिए.

पत्रकारों से बातचीत करते हुए लॉकेट चटर्जी ने कहा कि अखिल गिरि ने द्रौपदी मुर्मू का सिर्फ 11 नवंबर को ही नहीं बल्कि इससे पहले 27 अक्टूबर को भी अपमान किया था. महिला होने के बावजूद ममता बनर्जी ने इस मामले पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है और न ही अपने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की है. लॉकेट चटर्जी ने कहा कि अगर ये यूपी में होता तो ममता बनर्जी और उनके नेता कैंडल मार्च करते. ममता बनर्जी को इस पर बोलना चाहिए और उन्हें तुरंत अखिल गिरि को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए.

वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अखिल गिरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने पूछा बंगाल की सीएम अपने नेता को कब पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएंगी.

बीजेपी-कांग्रेस और बीजेडी ने की कार्रवाई की मांग
वहीं, पार्टी लाइन से इतर भाजपा, बीजू जनता दल (बीजेडी) और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने के लिए पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. भाजपा विधायक कुसुमु टेटे ने कहा, “एक आदिवासी विधायक के रूप में, मैं बंगाल के मंत्री अखिल गिरी की इस तरह की टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं. मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अनुरोध करता हूं कि ऐसे मनोरोगी को तुरंत देश से बाहर करें और गिरफ्तार करें क्योंकि उसने भारत के प्रथम नागरिक पर अपमानजनक टिप्पणी की है.

बीजेडी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मुन्ना खान ने भी बंगाल के मंत्री के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा राष्ट्रपति पर इस तरह की टिप्पणी करने का अधिकार किसी को नहीं है. गिरि को मंत्री बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बाहिनीपति और सुरेश राउत्रे ने भी भारतीय संविधान में सर्वोच्च कुर्सी का अपमान करने के लिए अखिल गिरि के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

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