समग्र समाचार सेवा,
नई दिल्ली, 8 जून: भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में फ्रांस, इटली, डेनमार्क, इंग्लैंड, ब्रुसेल्स और जर्मनी समेत छह यूरोपीय देशों का दौरा पूरा कर रविवार को दिल्ली वापसी की। इस दौरान सांसदों ने आतंकवाद पर भारत के सख्त रुख को मजबूती से प्रस्तुत किया और हालिया पहलगाम आतंकी हमले व ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी जानकारी साझा की।
रविशंकर प्रसाद का बयान
दिल्ली पहुंचकर पत्रकारों से बातचीत में रविशंकर प्रसाद ने कहा, “यह यात्रा बेहद संतोषजनक रही। हमने यूरोप के प्रमुख देशों के संसद सदस्यों, थिंक-टैंकों और भारतीय समुदाय से मुलाकात की। पहलगाम आतंकी हमले पर सभी देशों में गहरा रोष है और उन्होंने इसकी निंदा की है। भारत और यूरोप के बीच नई दोस्ती का दौर शुरू होने जा रहा है।”
बर्लिन में उच्च स्तरीय बैठकें
बर्लिन में प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल और बुंडेस्टैग के उपाध्यक्ष ओमिद नूरीपुर सहित शीर्ष सरकारी और संसदीय नेताओं से मुलाकात की। सांसदों ने भारत की शून्य सहिष्णुता नीति और सीमापार आतंकवादी हमलों के खिलाफ कड़े कदमों की जानकारी दी। भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा, “पूरे यूरोप ने पहलगाम हमले की निंदा की है और हमारे संदेश को समर्थन दिया कि सीमा पर आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता जरूरी
भारतीय दूतावास के बयान के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद को वैश्विक खतरा बताते हुए इसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एकजुट प्रतिक्रिया की जरूरत पर जोर दिया। जर्मन वार्ताकारों ने इस पहल का स्वागत करते हुए भारत के साथ सहयोग की इच्छा जताई।
पाकिस्तान की भूमिका और बहुपक्षीय प्रयासों पर चर्चा
प्रतिनिधिमंडल ने यूरोपीय संसद के अधिकारियों, विदेश नीति व रक्षा समिति के सदस्यों तथा प्रमुख थिंक-टैंकों जैसे कोनराड एडेनॉयर स्टिफ्टंग (KAS) से भी मुलाकात की। आतंकवाद, रक्षा और रणनीतिक मामलों पर बहुपक्षीय सहयोग और साझा प्रयासों की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
यह दौरा भारत-यूरोप संबंधों को मजबूत करने और वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में संयुक्त कदम बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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