समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 जनवरी। पश्चिम उत्तर प्रदेश में जाट बिरादरी को भाजपा के पक्ष में साधने के लिए दिल्ली से प्रयास तेज हो गए हैं। दिल्ली में भाजपा के सांसद प्रवेश वर्मा के घर पर एक बैठक हुई। जिसमें यूपी के 253 जाट नेताओें को बुलाया गया था। इस बैठक का नजारा बेहद दिलचस्प नजर आया। इस बैठक में अमित शाह ने जाट नेताओं से मुलाकात की। संजीव बालियान, कैप्टन अभिमन्यु जैसे नेताओं को भी यहां बुलाया गया है। यही नहीं भाजपा और बिरादरी के नेताओं का मुंह मीठा कराने के लिए मेरठ का गुड़ भी बैठक में रखा गया था। जाट नेताओं के अलावा भाजपा के पश्चिम यूपी के कई विधायक भी पहुंचे इनमें सुरेश राणा भी शामिल हैं।
बैठक में शाह ने जाट नेताओं के मन की बात जानी
इस मीटिंग में अमित शाह भाजपा के नेताओं और जाट बिरादरी के लोगों की राय ली और उनके मन की बात जानी। मीटिंग में मौजूद जाट नेताओं ने जाट एकता जिंदाबाद और जाट देवता जिंदाबाद के नारे लगाए। मीटिंग में जाट महासभा के अध्यक्ष सुभाष चौधरी भी पहुंचे। मीटिंग में पहुंचे संजीव बालियान ने मी़डिया से बात करते हुए कहा कि जाट समुदाय हमेशा ही भाजपा के साथ रहा है। इस बैठक में भाजपा ने पश्चिम यूपी से जिलावार जाट नेताओं को बुलाया गया है। बुलंदशहर से अंतुल तेवतिया, मेरठ से अमन सिंह और सुरेंद्र मलिक, नोएडा से अमित चौधरी पहुंचे हैं।
योगी सरकार के कामकाज को सराहा गया
इस बैठक में मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फनगर जैसे पश्चिम यूपी के जिलों के अलावा ब्रज क्षेत्र के जाट नेताओं को भी बुलाया गया था। सूत्रों का कहना है कि जाट नेताओं के साथ मीटिंग में अमित शाह ने कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया कि किस तरह से योगी सरकार के 5 सालों में कोई दंगा नहीं हुआ है और किस तरह से कानून व्यवस्था को बनाए रखा गया है, यह संदेश दिया जा सकता है। अमित शाह ने पश्चिम यूपी में अपने प्रचार अभियान की शुरुआत कैरैना से ही की थी, जो पलायन के चलते चर्चा में रहा था।
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