बीएमसी चुनाव में ‘महायुति’ लड़ेगी एकजुट होकर चुनाव: पूनम महाजन का ऐलान

समग्र समाचार सेवा,

मुंबई, 9 जून: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता पूनम महाजन ने सोमवार को साफ किया कि आगामी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव में ‘महायुति’ गठबंधन एकजुट होकर मैदान में उतरेगा। यह बयान मुंबई की राजनीति में भाजपा की सार्वजनिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता और गठबंधन की एकजुटता को दर्शाता है।

“राजनीतिक अटकलें मायने नहीं रखतीं” – पूनम महाजन

मीडिया से बातचीत में पूनम महाजन ने कहा:

“मैं फिलहाल राजनीतिक अटकलों का उत्तर नहीं दे सकती और न ही वे मेरे लिए महत्वपूर्ण हैं। लेकिन महायुति का एक साथ चुनाव लड़ना ज्यादा आवश्यक है।”

उन्होंने यह भी कहा कि चुनावी रणनीति को लेकर सभी निर्णय समय आने पर लिए जाएंगे, और भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते वे पार्टी के हर निर्णय का पालन करेंगी।

“जनता के लिए काम करती है भाजपा”

महाजन ने जोर देकर कहा कि भाजपा केवल चुनावी राजनीति के लिए नहीं, बल्कि जनसेवा के उद्देश्य से कार्य करती है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब बीएमसी चुनाव को लेकर विभिन्न दलों के बीच गठबंधन और रणनीति को लेकर चर्चाएं तेज हो रही हैं।

महायुति गठबंधन में कौन-कौन?

महायुति’ महाराष्ट्र में भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, और अजित पवार के धड़े वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का गठबंधन है। यह गठबंधन महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार का आधार भी है।
बीएमसी चुनावों में एकजुटता का यह ऐलान इस गठबंधन को स्थानीय स्तर पर मजबूती देने की दिशा में एक अहम संकेत माना जा रहा है।

उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की संभावित सुलह

इस बीच मुंबई की राजनीति में एक और दिलचस्प मोड़ देखने को मिला है। मार्च में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे के साथ सुलह की इच्छा जताई थी।
उद्धव ठाकरे ने कहा था:

“हम सभी मुद्दों को किनारे रखकर महाराष्ट्र के हित में एक साथ आ सकते हैं।”

यह टिप्पणी उन्होंने भारतीय कामगार सेना के एक कार्यक्रम में की थी, और बाद में एक पॉडकास्ट में फिल्म निर्माता महेश मांजरेकर के साथ बातचीत के दौरान भी यही भावना दोहराई थी।

राज ठाकरे ने भी इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वे महाराष्ट्र के विकास के लिए छोटे-मोटे मतभेदों को भुलाने को तैयार हैं।

राजनीतिक समीकरणों में नया मोड़

महायुति की ओर से एकजुट होकर चुनाव लड़ने की घोषणा और ठाकरे बंधुओं की संभावित सुलह की खबरों ने मुंबई की राजनीतिक फिजा में हलचल मचा दी है।
जहां एक ओर भाजपा महायुति की एकता को सामने रखकर चुनाव लड़ना चाहती है, वहीं विपक्ष की ओर से शिवसेना (यूबीटी) और एमएनएस का संभावित गठजोड़ मराठी मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर सकता है।

बीएमसी चुनाव 2025 की तैयारी में सियासी दलों की रणनीति तेजी से बन रही है। पूनम महाजन का बयान यह संकेत देता है कि महायुति गठबंधन मजबूत और एकजुट दिखना चाहता है, जबकि विपक्ष में भी एकजुटता की नई संभावनाएं बन रही हैं।
अब देखना यह होगा कि आने वाले हफ्तों में यह राजनीतिक समीकरण किस दिशा में मोड़ लेते हैं और बीएमसी चुनाव की जंग कितनी दिलचस्प होती है।

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