समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21मई। अरुणाचल प्रदेश में रामकृष्ण मिशन के स्वर्ण जयंती समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच सीमा विवाद अगले साल तक सुलझा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत में गुरू दक्षिणा की परंपरा बहुत पुरानी है पर किसी भी शिष्य ने अपने गुरू को इतनी बड़ी गुरू दक्षिणा नहीं दी होगी जो स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना करके परमहंस रामकृष्ण को दी.
भारत में गुरू दक्षिणा की परंपरा बहुत पुरानी है पर किसी भी शिष्य ने अपने गुरू को इतनी बड़ी गुरू दक्षिणा नहीं दी होगी जो स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना करके परमहंस रामकृष्ण को दी: अरुणाचल प्रदेश में रामकृष्ण मिशन के स्वर्ण जयंती समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह pic.twitter.com/uDhrV5GhuI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 21, 2022
उन्होंने कहा कि बोडोलैंड की समस्या का समाधान हो गया. अरुणाचल प्रदेश और असम के बीच सीमा संबंधी 60% मुद्दों को भी सुलझा लिया गया है, अगले साल तक पूरे विवाद को सुलझा लिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पूर्वोत्तर को उग्रवाद मुक्त बनाने के प्रयास जारी, पिछले आठ वर्षों में क्षेत्र के 9,000 उग्रवादी मुख्यधारा में लौटे.
यह केंद्रीय गृह मंत्री के तौर पर शाह का अरुणाचल प्रदेश का दूसरा दौरा है.सइससे पहले उन्होंने 34वें राज्य स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने के लिए फरवरी 2020 में पूर्वोत्तर राज्य का दौरा किया था। तब उनके दौरे का चीन ने कड़ा विरोध किया था, शाह का अरुणाचल प्रदेश का दौरा देशभर की उनकी यात्रा का हिस्सा है और इस दौरान वह कई सार्वजनिक, राजनीतिक और आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं. गृह मंत्री इस यात्रा के तहत असम, तेलंगाना, केरल और उत्तराखंड जा चुके हैं तथा वह 27 और 28 मई को क्रमश: महाराष्ट्र और गुजरात जाएंगे.
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