ब्रह्मचारी गिरीश जी ने अपनी पुस्तक “परम पूज्य महर्षि महेश योगी जी की दैवीय छत्रछाया में ब्रह्मचारी गिरीश” महानगर आयुर्वेद सेवा संघ, मुंबई के अध्यक्ष, मुंबई के प्रसिद्द नाड़ी वैद्य माननीय श्री विनायक तायड़े जी को भेंट की।

ब्रह्मचारी गिरीश

ब्रह्मचारी गिरीश जी ने अपनी पुस्तक “परम पूज्य महर्षि महेश योगी जी की दैवीय छत्रछाया में ब्रह्मचारी गिरीश” भारत के सुप्रसिद्द एवं ९५ वर्षीय वयोवृद्ध वैदिक विद्वान माननीय आचार्य श्री वसंतराव गाडगीळ जी को पुणे में भेंट की। आचार्य जी वैदिक विद्वानों की एक सभा में विशेष रूप से गिरीश जी को आशीर्वाद देने कृपापूर्वक पधारे। पुणे विश्वविद्यालय में वाणिज्य संकाय के पूर्व अध्यक्ष और पुणे चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अभ्यंकर ने भी बैठक में भाग लिया और पुस्तक प्राप्त की। महानगर आयुर्वेद सेवा संघ, मुंबई द्वारा वैद्यों एवं आयुर्वेद विद्वानों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया। ब्रह्मचारी गिरीश जी के साथ वरिष्ठ वैद्य और मल्टीस्पेशलिटी आयुर्वेद स्वास्थ्य जागरूकता केंद्र (महा) और ओजस फाउंडेशन के अध्यक्ष वैद्यराज श्री मधुसूदन देशपांडेय जी भी सम्मेलन में सम्मिलित हुए। सम्मेलन में 150 से अधिक विद्वानों की उपस्थित में गिरीश जी और वैद्य जी को सम्मानित किया गया। सम्मेलन के प्रतिभागियों को महर्षि जी की रोग मुक्त समाज बनाने की दिव्य इच्छा और महर्षि जी के संकल्प की पूर्ति के लिए महर्षि संगठन द्वारा आयोजित किए जा रहे अन्य कार्यक्रमों के विषय में जानकारी दी गई। सभी उपस्थित विद्वानों को इस संकल्प को पूरा करने के लिए समर्थन और भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। वैद्य श्री विनायक तायडे, वैद्य श्री प्रदीप मिश्रा, वैद्य श्री एच.बी. सिंह, वैद्य श्रीमती भिड़े, वैद्य सुश्री खुशबू पांबरा एवं संस्था के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे एवं पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। आयुर्वेद के माध्यम से विभिन्न रोगों के उपचार के वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर अनेक विद्वानों ने अपनी प्रस्तुति दी।

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